आयाराम-गयाराम: बिहार में दल-बदलू नेताओं की चांदी, तो कुछ नामी चेहरे ना घर के रहे ना घाट के
12 Apr 2024, 9:42 AMकिसी नेता से हमारा लगाव उसके कार्यों या उसकी पार्टी के कारण हो सकता है। उसी पार्टी को छोड़कर जब वो नेता किसी और दल में जाता है, इसके बाद भी हमसे फिर वोट मांगने आ जाता है लेकिन हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम फिर उन्हीं को वोट देते हैं और वे फिर अपने स्वार्थ के लिए दल बदल लेते हैं।