पटना: कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में तमाम राज्य अपने-अपने प्रवासी मजदूरों को वापस ला रहे हैं। बिहार भी ऐसे राज्यों में शामिल हैं। बिहार में मंगलवार यानी 12 मई को देश के 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से 21 ट्रेनों में 25052 प्रवासी मजदूर वापस आएंगे। महाराष्ट्र के नागपुर से चलकर बिहार के दरभंगा आने वाली ट्रेन में 1052 प्रवासी मजदूर होंगे। इसके अलावा बाकि सभी ट्रेनों में 1200-1200 प्रवासी होंगे।
राज्य में आंद्र प्रदेश से 2, चंडीगढ़ से 1, गुजरात से 1, हरियाणा से 2, कर्नाटका से 2, महाराष्ट्र से 4, पंजाब से 3, राजस्थान से 1, तमिलनाडु से 2, तेलंगाना से 1 और उत्तर प्रदेश से 2 ट्रेनें आएंगी। यह सभी ट्रेनें बिहार के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर पहुंचेंगी। इनमें से बरौनी में 2, मुजफ्फरपुर में 2, दानापुर में 2, दरभंगा में 2, गया में 2 और समस्तीपुर, सुपौल, सीतामढ़ी, छपरा, मोतिहारी, किशनगंज, कटिहार, अररिया, खगड़िया, भागलपुर तथा सहरसा में 1-1 ट्रेन पहुंचेंगी।
बता दें कि दूसरे राज्यों से फंसे हुए प्रवासी मजदूरों के बिहार लौटने से यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। प्रवासी मजदूरों में संक्रमण के केस सामने आने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चिंतित हैं। जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों की कोरोना जांच कराने पर जोर दिया। रविवार तक बिहार में लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आए प्रवासी लोगों में से 142 कोरोना संक्रमित मिले हैं।
इन 142 में से 85 वे लोग हैं जो ट्रेन शुरू होने के बाद ट्रेन से बिहार पहुंचे हैं। इन 85 संक्रमितों में से महाराष्ट्र से 30, गुजरात से 22 और दिल्ली से 8 हैं। रविवार तक 83 ट्रेन से 102096 लोग दूसरे राज्यों से बिहार आ चुके हैं। अभी 86 और ट्रेनें अगले कुछ दिनों में अलग अलग राज्यों से बिहार आएंगी, जिसमें 120400 लोग आएंगे। इस तरह कुल 169 ट्रेन से कुल 200596 प्रवासी बिहार पहुचेंगे।