Highlights
- बिहार के बगहा में हुई अजीबो-गरीब घटना
- दो सांड आपस में लड़े, एक कुएं में जा गिरा
- जेसीबी से हुआ सांड का रेस्क्यू ऑपरेशन
Bihar: बिहार के बगहा में रविवार को एक अजीबो-गरीब घटना देखने को मिली। दरअसल यहां दो सांड आपस में बुरी तरह भिड़ गए। 'सांड युद्ध' इतना भीषण हो गया कि लड़ते-लड़ते एक सांड 35 फीट गहरे कुएं में जा गिरा। एक तो सांड की लड़ाई ऊपर से कुएं में भी जा गिरा, लोगों का हुजूम तो लगना ही था। जैसे ही लोगों को खबर लगी तो सांड को कुएं से निकालने के लिए आनन-फानन में JCB बुलाई गई।
4 घंटे चला सांड का रेस्क्यू
लड़ते-लड़ते जब दो सांडों में से एक कुएं में गिर गया तो उस निकालने के लिए बुलडोजर बुलाना पड़ा। मौके पर जब जेसीबी पहुंची तो सांड का रेस्क्यू ऑपरेशन करने में 4 घंटे लग गए, लेकिन उसे सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना चौतरवा थाना स्थित पतिलार गांव की है। दरअसलत, कुएं में पानी होने के कारण सांड का रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही थी। सांड भी विशालकाय था। लिहाजा रेस्क्यू करना और भी मुश्किल हो रहा था। लोगों ने रस्सी बांधकर सांड को बाहर खींचने की कोशिश की, लेकिन वजन काफी होने के कारण सांड निकल नहीं पा रहा था।
काफी मशक्कत करने के बाद JCB मंगाई गई। मोटे रस्से में सांड को बांधकर JCB के सहारे धीरे-धीरे बाहर निकाला गया। हालांकि, इस दौरान कई बार रस्सी टूट भी गई, लेकिन लोगों के प्रयास और डॉक्टरों की समझदारी से धीरे-धीरे सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू पूरा किया गया।
सांड को आईं मामूली चोटें
जब घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई तो प्रशासन ने पशु चिकित्सकों की एक टीम बनाई। इसमें स्थानीय पशु चिकित्सक जय प्रकाश श्रीवास्तव, मधुबनी प्रखंड के पशु चिकित्सक आरिफ अली, रामनगर प्रखंड के पशु चिकित्सक मनोज चौधरी, बगहा 2 प्रखंड के पशु चिकित्सक श्याम विक्रम रंजन शामिल थे। सभी ने मिलकर करीब 4 घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद सांड को सकुशल बाहर निकाला गया। डॉक्टरों ने बताया कि सांड के शरीर के बाहरी हिस्से में खरोचें आई हैं। डॉक्टरों की टीम ने घायल सांड का इलाज किया।
मुखिया जी का प्राचीन कुआं
गांव वालों ने बताया कि जिस कुएं में सांड गिरा था वह पतिलार पंचायत के पूर्व मुखिया अखिलेश्वर पांडे के दरवाजे पर प्राचीन कुआं है। ग्रामीणों ने बताया कि 2 सांड आपस में बुरी तरह लड़ रहे थे। इस दौरान एक सांड बचने के लिए पीछे हटा और कुएं में जाकर गिर गया। सांड की आवाज सुनकर वहां मौजूद लोग इकट्ठा हो गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पशु पालन विभाग को दिया। इसके बाद एक टीम गठित कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।