पटना: बिहार में कोरोना वायरस के 13 और पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 746 हो गई है। सोमवार को कोरोना संक्रमण के मामलों पर यह पांचवां अपडेट आया, जिसमें संक्रमण के 13 नए मामलों की जानकारी दी गई। वहीं, एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि बिहार में पिछले एक सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण के जो 200 नये मामले सामने आये हैं उनमें से तीन-चौथाई अन्य राज्यों से लौटे प्रवासी हैं।
प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) संजय कुमार मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में उन्हें बताया कि 4-10 मई के बीच लौटे लोगों में 150 में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। राज्य में रविवार को कोविड-19 के मामले 707 हो गये थे, जो एक सप्ताह पहले से 200 ज्यादा हैं। इस सप्ताहांत 100 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। प्रधान सचिव ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 41 व्यक्ति दिल्ली से, 36 ऐसे व्यक्ति महाराष्ट्र से, 33 गुजरात से, 10 तेलंगाना से और तीन हरियाणा से लौटे हैं। बाकी देश के अन्य हिस्सों से आये हैं।
प्रवासी श्रमिक, विद्यार्थी और तीर्थयात्राी केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देश के बाद स्पेशल ट्रेनों और किराये की गाड़ियों से सड़क मार्ग से बड़ी संख्या में लौटे। ये लोग लॉकडाउन के बाद सुदूर स्थानों पर फंस गये थे। अबतक एक लाख से अधिक लोग बिहार लौटे हैं जो कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के चलत 25 मार्च से फंस गये थे। अभी बिहार में मंगलवार यानी 12 मई को देश के 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से 21 ट्रेनों में 25052 प्रवासी मजदूर वापस आएंगे।
महाराष्ट्र के नागपुर से चलकर बिहार के दरभंगा आने वाली ट्रेन में 1052 प्रवासी मजदूर होंगे। इसके अलावा बाकि सभी ट्रेनों में 1200-1200 प्रवासी होंगे। राज्य में आंद्र प्रदेश से 2, चंडीगढ़ से 1, गुजरात से 1, हरियाणा से 2, कर्नाटका से 2, महाराष्ट्र से 4, पंजाब से 3, राजस्थान से 1, तमिलनाडु से 2, तेलंगाना से 1 और उत्तर प्रदेश से 2 ट्रेनें आएंगी। यह सभी ट्रेनें बिहार के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर पहुंचेंगी। इनमें से बरौनी में 2, मुजफ्फरपुर में 2, दानापुर में 2, दरभंगा में 2, गया में 2 और समस्तीपुर, सुपौल, सीतामढ़ी, छपरा, मोतिहारी, किशनगंज, कटिहार, अररिया, खगड़िया, भागलपुर तथा सहरसा में 1-1 ट्रेन पहुंचेंगी।
प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) ने मुख्यमंत्री से कहा कि फिलहाल राज्य में प्रखंड स्तर के पृथक-वास केंद्रों में पौने चार लाख और पंचायतों के ऐसे केंद्रों में और 2.42 लाख लोगों को ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लोगों की वापसी जारी रहने के मद्देनजर पृथक-वास केंद्र बढ़ाने और परीक्षण केंद्रों की क्षमता विस्तार की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को पर्याप्त परीक्षण किट नहीं मिल रहे हैं तथा पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है।