पटना: कांग्रेस में संभावित टूट को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता और लालगंज के पूर्व विधायक भरत सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। भरत सिंह की माने तो कांग्रेस के 11 विधायक कभी भी पार्टी छोड़कर जनता दल यूनाइटेड (JDU) का हिस्सा बन सकते हैं। भरत सिंह की माने तो यह सभी वैसे विधायक हैं जिन्होंने कांग्रेस का टिकट तो चुनाव के समय ले लिया था लेकिन पार्टी से उनका कुछ लेना देना नहीं है। भरत सिंह का यह बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस खुद के एकजुट होने का दावा कर रही है।
भरत सिंह ने आरोप लगाया, ''जो 11 कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ना चाहते हैं उन सब के मार्गदर्शक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सदानंद सिंह है। राज्यपाल कोटे से अभी एमएलसी का नॉमिनेशन होना है। सदानंद सिंह और मदन मोहन झा एमएलसी बनने की फिराक में है।'' उन्होंने कहा कि मैं शुरू से ही कांग्रेस का आरजेडी के साथ गठबंधन खिलाफ रहा हूं, कई सालों से मैंने आरजेडी के साथ गठबंधन का विरोध किया है। उन्होंने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सदानंद सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया।
भरत सिंह के इस बयान के बाद बिहार में सियासत गरमा गई है। जेडीयू ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि भरत सिंह का यह बयान जाहिर करता है कि कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति बनी हुई है और संभवत इसी कारण शक्ति सिंह गोहिल ने प्रभारी पद से इस्तीफा भी दिया है।