ब्रह्मदत्त द्विवेदी यूपी के फर्रुखाबाद जिले के प्रभावशाली नेता थे। 10 फरवरी 1997 को हुई उनकी हत्या में संजीव जीवा का नाम सामने आया था। जिसमें बाद में जीवा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
लखनऊ कचहरी में यूपी के पूर्व ऊर्जा मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता रहे ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड के आरोपी संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमलावर वकील की ड्रेस में आए थे।
मृत माफिया अतीक अहमद के शार्प शूटर और राजू पाल हत्याकांड के आरोपी अब्दुल कवी ने पुलिस की पूछताछ में कई बड़े राज उगले हैं। उसके द्वारा बताई गई जगह से हथियारों का जखीरा भी बरामद हो गया है।
कांग्रेस नेता अवधेश राय की 3 अगस्त 1991 में वाराणसी के चेतगंज थाने के लहुराबीर इलाके में हत्या कर दी गई थी। अवधेश राय के भाई अजय राय ने मुख्तार अंसारी और पांच और लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ सबसे ज्यादा मामले हैं। मुख्तार पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण जैसी संगीन धाराओं में 61 मामले दर्ज हैं। मुख्तार अंसारी 2005 से जेल में बंद है।
कांग्रेस नेता अवधेश राय हत्याकांड के 32 सालों बाद आज कोर्ट अहम फैसला सुनाने वाला है। इस केस में आरोपी बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक जब कानपुर से लखनऊ सड़क मार्ग से वापस आ रहे थे तब उनका काफिला भीषण जाम में फंस गया। इस दौरान ही यह वाकया घटित हुआ।
दोनों सीट पर बीजेपी के सहयोगी अपना दल (एस) और समाजवादी पार्टी में सीधा मुकाबला है। बीएसपी ने इस चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है जबकि कांग्रेस सिर्फ छानबे सीट पर चुनाव लड़ रही है।
गुवाहाटी से रोहिंग्या को ट्रेन से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली, यूपी, पंजाब और जम्मू-कश्मीर आदि राज्यो में ले जाया जाता था। भारतीय नागरिक बनवाने के लिए इनके फर्जी दस्तावेज बनवाए जाते थे।
आज यूपी के दो जनपदों में PFI से जुड़ी ताबड़तोड़ छापेमारियां हुईं। यूपी के कई शहरों में यूपी एटीएस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की है। लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, आजमगढ़ समेत कई शहरों में ATS की टीमों ने एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया है।
माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की हुंकार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सच कर दिया है।माफिया अतीक अहमद के छोटे बेटे असद और शूटर गुलाम का झांसी में एनकाउंटर के बाद अब कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना भी मारा गया है।
2024 के लोकसभा चुनाव के पहले हो रहे इन निकाय चुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। विधान सभा और लोकसभा चुनाव की तरह बीजेपी के नेता और सरकार के मंत्री प्रचार कर रहे हैं।
अतीक अहमद की हत्या के बाद प्रयागराज से एक और बड़ी खबर सामने आई है। अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्र की गली में बम फेंका गया है। इस बमबाजी की घटना में किसी भी तरह के नुकान की खबर नहीं है।
अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या के बाद इस मामले की न्यायिक जांच आज से शुरू हो जाएगी। शनिवार की रात मेडिकल के लिए जाते समय पुलिस सुरक्षा के बीच अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।