आमतौर पर मुख्यमंत्रियों की तस्वीरों रोजाना अखबारों, टीवी चैनल्स या मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर आपको दिख जाएंगी। लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार की कोई तस्वीर या वीडियो पिछले 21 दिनों से सामने नहीं आया था।
भागलपुर के वरिष्ठ प्रशानिक अधिकारियों के बीच कोरोना ने कहर मचा रखा है। भागलपुर के DM, DDC और ADM के बाद अब भागलपुर के कमिश्नर भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं।
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 219 मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5583 हो गई है। राज्य में अबतक कुल 109483 लोगों के सैंपल की जांच की गई है जिसमें 5 प्रतिशत की दर से 5583 लोग संक्रमित मिले हैं।
बिहार में प्रति माह पेट्रोलियम पदार्थों की बिक्री से जहां औसतन 500 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह होता था, वहीं अप्रैल, 2020 में यह घटकर 284 करोड़ रुपए रह गया, जो पिछले साल के अप्रैल से 43 फीसदी कम है।
बिहार के भागलपुर के नौगछिया के खरीक गाँव के पास एक बड़ा हादसा हो गया है। बस और ट्रक में टक्कर होने के बाद ट्रक सड़क किनारे गढ्ढे में पलटा गया। बस दरभंगा से प्रवासी मजदूरों को लेकर बांका जा रही थी जबकि ट्रक पर सरिया लदा हुआ था।
बिहार में 320 ट्रेनों से कल रविवार तक करीब 5 लाख 20 हजार प्रवासी पहुंच चुके हैं। इन 320 ट्रेनों के अलावा अगले कुछ दिनों में 26 मई तक 505 और ट्रेनें आएंगी जिससे करीब 8 लाख लोग और वापस आएंगे।
बिहार में लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से अब तक आए प्रवासी लोगों में से 142 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इस 142 में से 85 वे लोग हैं जो ट्रेन शुरू होने के बाद ट्रेन से बिहार पहुंचे हैं।
बिहार में प्रवासी मजदूरों के आगमन के साथ कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। आज 12 ट्रेन से 14,245 प्रवासी दूसरे राज्यों से बिहार पहुंच चुके हैं। कल 14 ट्रेन से 17,054 प्रवासी मजदूर आएंगे। राज्य में अब तक कुल 96 प्रवासी मजदूर संक्रमित मिल चुके हैं।
नीतिश ने कहा है कि प्रत्येक मजदूर को 21 दिन के क्वारन्टीन में रहना होगा। यह अवधि पूरी होने पर घर वापस जाते सयम मजदूरों को उनका पूरा यात्रा खर्च राज्य सरकार अदा करेगी।
नीतीश कुमार ने सभी आने वालों को 21 दिन के अनिवार्य पृथक-वास में रखने, उनके चिकित्सीय परीक्षण, इलाज और आर्थिक पुर्नवास के लिए प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है।
बिहार सरकार ने आज ये साफ कर दिया है कि सरकार दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों को वापस लाने का इंतजाम करने के लिये गाड़ियां उनके राज्य तक नहीं बल्कि अपने राज्य के बॉर्डर तक भेजेगी।
बिहार में लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आये लोगों के संक्रमित होने का आंकड़ा बढ़कर 36 हो गया। डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार ने यह जानकारी दी है।
बिहार में कोरोना वायरस महामारी से मुंगेर सबसे ज्यादा प्रभावित है। मुंगेर में अबतक 90 मामले सामने आए हैं जिसमें अकेले एक शख्स ने 81 लोगों को संक्रमित किया।
देशभर में लॉकाडाउन घोषित होने के बाद दूसरे राज्यों से बड़ी तादाद में लोग बिहार वापस लौटे लोगों में 6 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है।