मध्य प्रदेश के भिंड में वायुसेना के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। जिस हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई है वह IAF का अपाचे हेलीकॉप्टर बताया जा रहा है।
जी-20 समिट के तहत भारत ने टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी मीटिंग का आयोजन जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में किया। भारत के इस दांव से चारों खाने चित होने के बाद पाकिस्तान ने पहले ही बैठक के खिलाफ माहौल बनाने का फैसला कर लिया था।
पाकिस्तानी आका ने कहा कि बड़े कैंपों की रेकी की जाए। पुलवामा की तर्ज पर एक बार फिर से IED से हमला करने की तैयारी थी। इस बीच NH44 हाईवे पर चौकसी बढ़ायी गई है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी प्लान था कि 'हथियार लूटो और उसी से फ़ायर करो।'
पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश में चलाए गए ऑपरेशन ध्वस्त के दौरान कई संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है।
कश्मीर में बाहरी मजदूरों से लेकर सरकारी कर्मचारियों को टारगेट करने की पाकिस्तानी प्लानिंग का पर्दाफाश हो गया है। G20 को देखते हुए पाकिस्तान ने 5 योजनाएं बनाई हैं।
अरब सागर में कोच्चि की समुद्री सीमा में बहुत बड़ी मात्रा में ड्रग्स पकड़े गए हैं। NCB और भारतीय नौसेना से ऑपरेशन में 12000 करोड़ रुपये की हेरोइन पकड़ी है।
सीनियर लीडरशिप के बीच सेवा मामलों में सामान्य पहचान और दृष्टिकोण को बढ़ावा देने और उसे मजबूत करने के लिए भारतीय सेना ने ब्रिगेडियर और उससे ऊपर के रैंक के अधिकारियों के लिए एक समान वर्दी अपनाने का फैसला किया है।
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जम्मू के राजौरी सेक्टर में पहुंच चुके हैं। यहां उन्होंने शहीद हुए पांच जवानों को श्रद्धांजलि दी। इससे पहले जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बारामूला में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया है। सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है। गौरतलब है कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है।
राजौरी में हुए एनकाउंटर की आंतकी संगठन PAFF ने जिम्मेदारी ली है। बता दें कि आज आतंकियों से मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुई हैं। वहीं, कई अन्य जवान घायल हैं।
भारतीय सेना द्वारा इस बाबत एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि भारतीय सेना आपसे बस एक फोन कॉल की दूरी पर है। 24*7 हेल्प डेस्क हेल्पडेस्क को स्थापित किया गया है।
इन मैसेंजर मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए जम्मू-कश्मीर में आतंकी सीक्रेट मैसेज भेजते थे। आतंकी इन ऐप्स का इस्तेमाल कश्मीर में अपने सपोर्टर्स और ऑन-ग्राउंड वर्कर्स (OGW) के साथ कम्यूनिकेट करने के लिए कर रहे थे।