सिर्फ महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की ही नहीं बल्कि केरल, बिहार समेत कई और उन राज्यों की भी झांकियों के प्रपोजल को रिजेक्ट किया गया है, जिन्होंने झांकियों के लिए मापदंडों को पूरा नहीं किया।
राजस्थान की गहलोत सरकार के दौरान कोटा के जेके लोन अस्पताल में एक महीनें में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई। लेकिन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अभी तक कोटा जाकर अस्पताल का दौरा नहीं किया और न ही पीड़ित परिवारों का हाल जाना।
24 दिसम्बर तक बच्चों की मौत का आंकड़ा 77 था। उसके बाद 25 दिसम्बर से सात दिन में 22 बच्चों की मौत हो चुकी है। यानि दिसम्बर माह में अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 99 तक पहुंच चुका है। इसके अलाव एक और दो जनवरी की शाम तक चार बच्चों की मौत के साथ यह आंकड़ा 103 पर पहुंच गया।
कोटा स्थित जे के लोन अस्पताल में हो रही बच्चों की मौत के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि ये लापरवाही विरासत में मिली है और बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है।
जयपुर के फूलवालों का खंदा, हनुमान मंदिर, मानक चौक और सांगनेरी गेट पर यह ब्लास्ट हुए थे। इस मामले में मोहम्मद शेफुर्रहमान, मोहम्मद सरवर, मोहम्मद सैफ और सलमान को दोषी पाया गया है
आर्म्स एक्ट मे नये संशोधन की घोषणा के बाद राजस्थान का राजपूत समाज केंद्र सरकार से बेहद खफा है। राजपूत समाज ने इस कानून को अपनी शान के खिलाफ बताते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
26 नवंबर को सिरोही मे महेन्द्र मेवाड़ा कांग्रेस से सभापति चुने गए। इस जीत की खुशी मनाने के लिये सिरोही विधायक संयम लोढा अपने सभापति के साथ सड़क पर खुली जिप्सी मे निकल पड़े।
एक साल मे ही किराये में सरकार 50 लाख रुपये निजी कंपनी को भुगतान कर चुकी है लिहाजा ये निर्णय लिया गया है कि अब ये विमान खरीदा जाए लेकिन फंड की कमी आड़े आ रही है।
हैरानी की बात ये है कि जिन पक्षियों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया वो शव 10 से 15 दिन पुराने थे। इतने दिन पुराने शवों मे ये बैक्टेरिया बड़ी मात्रा मे जन्म ले चुके थे जिसकी वजह से ये पूरी झील मे फैल गए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ये दावा करते है कि दागी अधिकारियो पर लगाम हर हालत में लगेगी और उसके लिए कभी एंटी करप्शन ब्यूरो तो कभी किसी विभाग मे समीक्षा बैठक भी ले रहे है, लेकिन लगता है ये महज दिखावा ही है।
ईमाम अरशद ने नमाजियों से कहा कि कई साल पुराने अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर अब फैसला आने मे कुछ ही वक्त बचा है लेकिन मुसलमान भाई किसी भी बहकावे मे न आये।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के बाद से ही सूबे में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहा ‘शीत युद्ध’ थमने का नाम नहीं ले रह है। पार्टी में इस समय गुटबाजी चरम पर है।
वैभव गहलोत के सियासत के सफर का अंत न हो इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरसीए अध्यक्ष बनाने के लिये हर संभव कोशिश की। यही वजह है कि 1 दिन पहले सवाई मान सिंह स्टेडियम के बाहर कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी ने विरोध जाहिर करते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुत्र मोह के चलते धृतराष्ट्र तक बता दिया