दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 26 जनवरी को राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में एक और आरोपी इकबाल सिंह को गिरफ्तार किया है।
26 जनवरी को दिल्ली में जो हुआ वो गणतंत्र के 72 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ। देश की शान के प्रतीक लाल किले पर दंगाइयों ने जो हिंसा और तोड़फोड़ की। वो लोकतंत्र का अपमान और संविधान पर हमला है।
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर निकाली जाने वाली किसान ट्रैक्टर रैली पर पाकिस्तान की गंदी नजर है। दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान के नापाक इरादों का खुलासा किया है।
दिल्ली पुलिस ने चीन की एक बड़ी साजिश को बेनकाब किया है। दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने चीनी एप्प के जरिये हजारों लोगों को लूटने वाले गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है।
खालिस्तानी आतंकियों पर शिकंजा कसने में लगी खुफिया एजेंसियों और स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। गुरुवार को पंजाब के मोस्ट वांटेड गैंग्सटर और खालिस्तानी आतंकी सुख बिकरीवाल को दुबई से डिपोर्ट करके भारत लाया गया।
सिंघु बॉर्डर पर सीआईएसएफ के जवान प्रदीप कुमार ने इंसानियत की मिसाल पेश की। बता दें कि प्रदीप कुमार की तैनाती सिंघु बॉर्डर पर है। प्रदीप कुमार ने देखा कि एक नेपाली शख्स बिना कपड़ों के घूम रहा था और ठंड से पूरी तरह अकड़ा हुआ था।
जिस समय महिला फायरिंग कर रही थी उस समय वहां से कई बच्चे और लोग भी गुजर रहे थे। वीडियो में साफ दिख रहा था कि एक व्यक्ति उस महिला को रोकने की कोशिश भी कर रहा था और बाद में वही व्यक्ति उस महिला को बाइक बैठाकर वहां से फरार हो गया।
दक्षिण दिल्ली के हौजखास क्षेत्र में दर्ज किये गये जबरन वसूली के एक मामले में कथित मुख्य आरोपी दिल्ली पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक(एएसआई) को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों आरोपी लूटे हुए पैसों से गोवा के 5 सितारा होटल में ठहरते थे और गोवा के कसीनो में पोकर खेलते थे। इनके बारे में शिकायत करने वाला व्यक्ति विदेशी मुद्रा एक्सचेंज करने की कंपनी में काम करता है।
राजधानी दिल्ली को दहलाने की कोशिश कर रहे है दो संदिग्धों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। ये दोनों संदिग्ध जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं।
क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने बल्लभगढ़ एरिया में गोली मारकर छात्रा की हत्या करने के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपी की पहचान तौसीफ पुत्र जाकिर निवासी कबीर नगर, सोहना, गुरुग्राम के रूप में हुई है।
21 अक्टूबर की रात को दिल्ली पुलिस के कॉन्सटेबल सचिन कश्मीरी गेट के पास पेट्रोलिंग कर रहे थे। यह इलाका दिल्ली में लाल किले के पास है। उन्हें यहां से बदमाशों ने अगवा किया और आगरा (में ताज महल है) के पास फिरोजाबाद में लेकर छोड़ा।
दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में कहा गया है दंगों के षडयंत्रकारियों का एकमात्र उद्देश्य सरकार को डराकर अपने नियंत्रण में करना था। चार्जशीट के मुताबिक षडयंत्रकारी सरकार को घुटनों पर लाकर नागरिकता कानून (CAA) को वापस लेने के लिए मजबूर करना चाहते थे
दिल्ली पुलिस ने जो चार्जशीट दाखिल की है उसमें हिंसा में शामिल कई लोगों के व्हाट्सएप ग्रुप में हुई बातचीत का ब्यौरा भी दिया गया है और दावा किया गया है कि कई व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए दिल्ली में दंगे भड़काने की साजिश की गई।
फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों में 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी और सैंकड़ों लोग घायल हुए थे। दो समुदाय के बीच हुए इन दंगों की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है और कई लोग पुलिस के रडार पर हैं जिन्होंने दंगों की साजिश रची थी।