साल 2012 में करण जौहर द्वारा अमीश त्रिपाठी की तीसरी किताब 'ओथ ऑफ वायुपुत्राज़' के राइट्स खरीदे जाने के बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगी थी कि निर्माता इस त्रयी - 'इम्मोर्टल्स ऑफ मेलुहा', 'सीक्रेट्स ऑफ नागाज़' और 'ओथ ऑफ वायुपुत्राज़' को लेकर फिल्म बनाएंगे।
आज से 40 साल पहले दूरदर्शन के उस ब्लैक एंड व्हाइट 'ईडियट बॉक्स' में प्रेमचंद की लिखी कहानी 'संद्गति' पर आधारित इसी नाम के टीवी शो को सत्यजीत रे ने दिखाया था।
साल 1999 में यूनिवर्सल म्यूजिक की तरफ से रिलीज किए गए म्यूजिक एल्बम 'आखों में तेरा ही चेहरा' आपको याद होगा। इस गाने को मशहूर बैंड आर्यन्स ने तैयार किया था। इस गाने शाहिद कपूर और हर्शिता भट्ट को फिल्माया गया था।
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आज से ठीक एक साल पहले इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। उनका यूं इस तरह से जाना हर किसी के दिल में एक सवालिया निशान छोड़ गया कि आखिर अभिनेता ने खुदकुशी क्यों की?
भीमबेटका से लेकर पचमढ़ी तक, या धुआंधार जलप्रपात से लेकर पेंच टाइगर रिजर्व तक मध्यप्रदेश में ऐसे तमाम मूर्ति स्थान हैं जिन्हें देखना पर्यटकों के लिए काफी आनंददायक होगा।
बॉलीवुड में रिलीज की तारीख एक ऐसा दिन होता जो हर एक स्टार के लिए खास होता है, या यूं कहें कि ये तारीख उस स्टार की पसंदीदा तारीख है, जिस दिन वह अपनी फिल्म रिलीज करना चाहते हैं।
TVF की नई मिनी सीरीज़ 'Aspirants', दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में रहने वाले UPSC एस्पिरेंट्स की जद्दोजहद की कहानी को बखूबी बयान कर रही है। कहते हैं दिल्ली का ओल्ड राजेंद्र नगर यूपीएससी की परीक्षा देने वालों के लिए मक्का है।
सत्तर और अस्सी के दशक की खास फिल्मों को इंडिया टीवी हर शुक्रवार आपकी नजर करेगा। एक से एक नायाब हीरे हैं बॉलीवुड की झोली में, जिन्हें लोग भूल चुके हैं। ऐसी ही शानदार फिल्मों की समीक्षा हम करेंगे और आपको यकीन दिलाएंगे कि बॉलीवुड के उस स्वर्णिम को फिर से जिए जाने की जरूरत है। आज बारी है फिल्म 'छोटी सी बात' की!
सत्तर और अस्सी के दशक की खास फिल्मों को इंडिया टीवी हर शुक्रवार आपकी नजर करेगा। एक से एक नायाब हीरे हैं बॉलीवुड की झोली में, जिन्हें लोग भूल चुके हैं। ऐसी ही शानदार फिल्मों की समीक्षा हम करेंगे और आपको यकीन दिलाएंगे कि बॉलीवुड के उस स्वर्णिम को फिर से जिए जाने की जरूरत है। आज बारी है फिल्म 'कथा' की!
अपनी जिंदगी में 64 वां सावन देख चुकीं अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह अपने हर किरदार में फिट साबित होती हैं, चाहें वह टीवी सीरियल 'सारा भाई वर्सेज सारा भाई' का कॉमिक रोल हो या किसी विलेन का किरदार।
बॉलीवुड या यूं कहें मुंबई के कलाकारों की जमात में ऐसे कई कलाकार हैं जिन्हें मशहूर होने का लालच नहीं है, वे केवल अपने काम को खुद की तारीफ बताना चाहते है।