देश के वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को दिल्ली में हुआ था। वह एक कुशल वकील और राजनेता थे। मोदी सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने कई बड़े फैसले लिए। जेटली के निधन के वक्त पीएम मोदी विदेश दौरे पर थे और वह भावुक हो गए थे।
कृषि कानूनों को लेकर जारी आंदोलन के बीच बीजेपी अपने संकटमोचक नेता अरूण जेटली को मिस कर रही है। साल 2014 में सत्ता संभालने के एक साल बाद हीं 2015 में मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के बाद मोदी सरकार पर "किसान विरोधी" का ठप्पा लगाया गया था।
अरुण जेटली कांग्रेस के कट्टर विरोधी थे, लेकिन कांग्रेसियों के दुश्मन नहीं थे। वे कांग्रेस के विचार का विरोध करते थे। जेटली ने कांग्रेस के नेताओं को कभी अपना राजनीतिक दुश्मन नहीं माना बल्कि उन्हें अपना राजनीतिक विरोधी मानते रहे।
मंत्रालय ने कहा कि अब यह सिद्ध हो चुका है कि जीएसटी उपभोक्ता और करदाता दोनों के लिए अनुकूल है। जीएसटी से पहले उच्च कर दर की वजह से कर भुगतान से लोग बचते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व वित्तमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता अरुण जेटली की पुण्यतिथि पर ट्वीट कर उन्हें याद किया है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति को 5 अगस्त को एक साल पूरा हो जाएगा। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जम्मू कश्मीर पर लिए गए इस ऐतिहासिक फैसले से काफी खुश थे और उन्होंने अपनी खुशी भी जाहिर की थी।
वे भ्रष्टाचार के घोर विरोधी थे और उनकी सबसे बड़ी क्षमता थी संवाद करने की। उपयुक्त समय पर वे प्रभावी संवाद करते थे
भारत के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय अरुण जेटली की आज 67वीं जयंती है। इस मौके पर आज दिल्ली में उपराष्ट्रपति उनके जीवन पर लिखी किताब का विमोचन करेंगे तो वहीं पटना में अरुण जेटली की प्रतिमा का अनावरण किया गया।
राजधानी नई दिल्ली स्थित फिरोज शाह कोटला स्टेडियम अब देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम से जाना जाएगा। गुरुवार को डीडीसीए द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी घोषणा की गई।
भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को सभा का आयोजन किया गया।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की याद में आज राजधानी नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में प्रार्थना सभा रखी गई। इस प्रार्थना सभा में गृह मंत्री अमित शाह सहित देश के कई बड़े नेता पहुंचे।
नरेंद्र मोदी अपने दोस्त को खोकर, सिर्फ एक तस्वीर में देखकर कितने दुखी थे, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
24 तारीख को लंबी बीमारी के बाद जब अरुण जेटली का निधन हुआ तब पीएम मोदी विदेश दौरे पर थे तब उन्होंने बहरीन की राजधानी मनामा से अरुण जेटली को याद करते हुए उन्हें अपना दोस्त बताया था।
गंभीर ने यमुना स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली के नाम पर करने की मांग की है।
पूर्व क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली के यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम बदलकर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रखने की मांग की है।
देश के पूर्व वित्त और रक्षा मंत्री अरुण जेटली कल पंचतत्व में विलीन हो गए और आज उनकी अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित की गईं। अरुण जेटली के बेटे रोहन ने पूरे विधि-विधान से उनकी अस्थियां गंगा नदी में विसर्जित कीं।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ यहां निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और उनके सैकड़ों प्रशंसक तथा पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पार्टी में वरिष्ठ सहयोगी अरुण जेटली को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा कि पूर्व वित्तमंत्री की पत्नी जम्मू-कश्मीर की रहने वाली थीं इसलिए उनका राज्य से व्यक्तिगत जुड़ाव था।
कुर्ता पायजामा और जैकेट के साथ जेटली की राजनीतिक छवि अक्सर अखबारों और टीवी पर सुर्खियों में रहती थी लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि राजनीतिक रंग में रंगने से पहले पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली महंगे ब्रांडस के शौकीन थे।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का रविवार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ यहां निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और उनके सैकड़ों प्रशंसक तथा पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।