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Hindi News विदेश अमेरिका 21वीं सदी का सबसे बड़ा चमत्कार, अब जन्मजात नेत्रहीन भी देख सकेंगे दुनिया; न्यूरालिंक "ब्लाइंडसाइट चिप" का कमाल

21वीं सदी का सबसे बड़ा चमत्कार, अब जन्मजात नेत्रहीन भी देख सकेंगे दुनिया; न्यूरालिंक "ब्लाइंडसाइट चिप" का कमाल

क्या आप कभी सोच भी सकते हैं कि जन्म से नेत्रहीन हो चुके या किसी हादसे में अपनी दोनों आंखें गवां देने वाले लोग भी दुनिया देख सकते हैं...शायद नहीं। मगर अब एलन मस्क की न्यूरालिंक ब्लाइंडसाइट चिप ने इसे संभव करने का दावा किया है।

एलन मस्क की...- India TV Hindi Image Source : REUTERS एलन मस्क की न्यूरालिंक ब्लाइंडसाइट चिप।

वाशिंगटनः एलन मस्क की न्यूरालिंक "ब्लाइंडसाइट चिप" ने 21वीं सदी का सबसे बड़ा चमत्कार कर दिखाया है। इस चिप के जरिये अब ऐसे लोग भी दुनिया देख सकेंगे, जो जन्म से ही दोनों आंखों से नेत्रहीन हैं या फिर जिन्होंने अपनी ऑप्टिक नर्व यानि ऑप्टिक तंत्रिका तक को खो दिया है। इस चिप को नेत्रहीनों में इंप्लांट किया जाएगा। अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग ( FDA) ने एलन मस्क के न्यूरालिंक को 'ब्लाइंडसाइट' चिप के इम्प्लांट की अनुमति दे दी है। इसके लिए FDA की तरफ से ब्लाइंडसाइट चिप को ब्रेकथ्रू डिवाइस टैग दिया गया है। 

अमेरिका के मशहूर उद्योगपति एलन मस्क के ब्रेन-चिप स्टार्टअप न्यूरालिंक ने मंगलवार को कहा कि दृष्टि बहाल करने के उद्देश्य से किए गए उसके प्रयोगात्मक प्रत्यारोपण को अमेरिकी एफडीए का "ब्रेकथ्रू डिवाइस" पदनाम मिला है। बता दें कि एफडीए का ब्रेकथ्रू टैग कुछ ऐसे चिकित्सा उपकरणों को दिया जाता है जो जीवन-घातक स्थितियों का उपचार या निदान प्रदान करने में सक्षम होते हैं। इसका उद्देश्य विकास में तेजी लाना और वर्तमान में विकासाधीन उपकरणों की समीक्षा करना है।

मस्क ने किया ट्वीट

एलन मस्क ने ब्लाइंडसाइट चिप को एफडीए का अप्रूवल मिलने के बाद एक्स पर ट्वीट करके लिखा कि "ब्लाइंडसाइट के नाम से जाना जाने वाला यह प्रायोगिक उपकरण उन लोगों को भी देखने में सक्षम करेगा, जिन्होंने अपनी दोनों आंखें और ऑप्टिक तंत्रिका खो दी है।" हालांकि न्यूरालिंक ने ब्लाइंडसाइट डिवाइस के मानव परीक्षण में जाने की उम्मीद के बारे में विवरण मांगने के अनुरोध का उन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया। बता दें कि मस्क और इंजीनियरों के एक समूह द्वारा 2016 में स्थापित न्यूरालिंक एक ब्रेन चिप इंटरफ़ेस का निर्माण कर रहा है, जिसे खोपड़ी के भीतर प्रत्यारोपित किया जा सकता है। इस बारे में मस्क का कहना है कि यह अंततः विकलांग रोगियों को फिर से चलने और संवाद करने के साथ दृष्टि भी बहाल कर सकता है। 

क्या है ब्लाइंडसाइट चिप

न्यूरालिंक के उपकरण में एक चिप होती है जो तंत्रिका संकेतों को संसाधित और प्रसारित करती है, जिन्हें कंप्यूटर या फोन जैसे उपकरणों में प्रेषित किया जा सकता है। यह स्टार्टअप अलग से एक इम्प्लांट का परीक्षण कर रहा है, जो लकवाग्रस्त मरीजों को अकेले सोचने से डिजिटल उपकरणों का उपयोग करने की क्षमता प्रदान करता है। इससे एक संभावना जगी है जो रीढ़ की हड्डी की चोट वाले मरीजों की मदद कर सकती है। 

Image Source : X @elonmuskन्यूरालिंक का ब्लाइंडसाइट चिप।

अमेरिकी सरकार के क्लिनिकल परीक्षण डेटाबेस के विवरण के अनुसार इस परीक्षण में इसके उपकरण का मूल्यांकन करने के लिए तीन रोगियों को नामांकित करने की उम्मीद है, जिसे पूरा होने में कई साल लग सकते हैं। इस साल की शुरुआत में, न्यूरालिंक ने डिवाइस को दूसरे मरीज में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया, जो इसका उपयोग वीडियो गेम खेलने और 3डी ऑब्जेक्ट डिजाइन करने का तरीका सीखने के लिए कर रहा है। (रॉयटर्स)

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