अमेरिका और चीन के बीच बन रहे जंग के हालात, पेंटागन ने कहा- टकराव के लिए तैयार रहना चाहिए
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि चीन के साथ संभावित टकराव के लिए अमेरिका की सेना को तैयार रहना चाहिए।
अमेरिका और चीन के बीच दुश्मनी जगजाहिर है। हालांकि, इन दिनों दोनों देशों में फिर तेजी से तनाव बढ़ने की आशंका है। दोनों देशों के बीच ताइवान, तिब्बत, उइगर, हॉन्ग कॉन्ग और दक्षिण चीन सागर जैसे कई मुद्दों पर विवाद है। इस बीच, बीते दिन चीन की सेना ने कहा कि अमेरिका का युद्धपोत बिना कोई परमिशन के उनके समुद्र (दक्षिण चीन सागर) में घुस आया। चीनी सेना ने कहा कि वो युद्धपोत कई तरह की मिसाइलों से लैस था। इसे लेकर चीन का कहना है कि अमेरिका ने बिना किसी उकसावे के घुसपैठ की कोशिश की है।
842 अरब डॉलर के बजट को मंजूरी देने अपील
अब अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि चीन के साथ संभावित टकराव के लिए अमेरिका की सेना को तैयार रहना चाहिए। पेंटागन ने कांग्रेस से रक्षा विभाग के लिए 842 अरब डॉलर के बजट को मंजूरी देने की अपील की है, ताकि एशिया और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिकी सेना को मजबूत किया जा सके। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने रक्षा मामलों पर विनियोग उपसमिति के समक्ष अपने एक बयान में कहा, "यह एक रणनीति-संचालित बजट है, जो चीन के साथ हमारी रणनीतिक प्रतिस्पर्धा की गंभीरता से प्रेरित है।"
अमेरिकी सेना 4 नए सैन्य अड्डे बनाने जा रही है
गौरतलब है कि ताइवान समेत दक्षिण चीन सागर पर कब्जा करने की ताक में लगे चीन को करारा जवाब देने के लिए अमेरिकी सेना 4 नए सैन्य अड्डे बनाने जा रही है। ये अमेरिकी सैन्य अड्डे दक्षिण चीन सागर में स्थित फिलीपीन्स के द्वीपों पर बनाए जाएंगे जो चीन और ताइवान के बेहद करीब स्थित हैं। फिलीपीन्स के राष्ट्रपति फेरडिनांद मार्कोस जूनियर ने बुधवार को इन अमेरिकी सैन्य अड्डों का ऐलान किया था। फिलीपीन्स ने अमेरिका के साथ एक नए रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किया है और इसी के तहत ये नए अमेरिकी अड्डे बनाए जा रहे हैं।
चीन और फिलीपीन्स के बीच तनाव
इन अमेरिकी अड्डों में से एक उस द्वीप के पास होगा जिसको लेकर चीन और फिलीपीन्स के बीच तनाव है। पिछले महीने ही मार्कोस ने अमेरिका को 4 नए स्थानों पर अड्डे बनाने की मंजूरी दी थी। अमेरिका के अभी 5 सैन्य अड्डे फिलीपीन्स में मौजूद हैं। फिलीपीन्स ने यह कदम ऐसे वक्त में उठाया है जब चीन इस इलाके में बहुत ही आक्रामक हो गया है। चीन ने दक्षिण चीन सागर में कई कृत्रिम द्वीप बना लिए हैं और उन पर मिसाइलों से लेकर फाइटर जेट तक तैनात किया है।
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