वॉशिंगटन: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से युद्ध जारी है और अभी भी कोई पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि ऊंट किस करवट बैठेगा। दोनों देशों के बीच जारी जंग की कहानी के बीच कई साइड स्टोरी भी चलती रहती है, जिसमें अमेरिका और रूस एक दूसरे पर तरह-तरह के इल्जामों की बारिश करते रहते हैं। ताजा इल्जाम अमेरिका की तरफ से लगाया गया है जिसके खुफिया अधिकारियों ने कहा है कि रूसी इंटेलिजेंस एजेंसी से ताल्लुक रखने वाले लोग मोल्दोवा सरकार को गिराने की मंशा के साथ प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
'मोल्दोवा में विद्रोह भड़काना चाहता है रूस'
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि खुफिया जानकारी से पता चलता है कि रूस के इंटेलिजेंस सिस्टम से जुड़े कुछ लोग मोल्दोवा की नयी पश्चिम समर्थक सरकार के खिलाफ विद्रोह भड़काने के लिए देश में प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं। मोल्दोवा को पिछले साल जून में यूरोपियन यूनियन में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का दर्जा दिया गया था। उसी दिन युद्धग्रस्त यूक्रेन को भी यह दर्जा दिया गया था। किर्बी ने कहा कि खुफिया जानकारी से पता चलता है कि रूसी तत्व मोल्दोवा में प्रदर्शन भड़काने में मदद करेंगे और प्रदर्शनकारियों को ट्रेनिंग देंगे।
रूस और अमेरिका में जबरदस्त तनाव
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने कहा कि वह गलत सूचना देने के रूस के कैंपेन और अन्य साजिशों को उजागर करना चाहता है ताकि सहयोगी देश मॉस्को के इरादों को स्पष्ट तौर पर जान सकें और रूस कोई अभियान चलाने से पहले दो बार सोचे। व्हाइट हाउस ने यह खुफिया जानकारी तब दी है जब बाइडन का यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन देर लेयेन से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही जबरदस्त तनाव है। अमेरिका इस जंग में यूक्रेन का खुलकर साथ दे रहा है और उसे लगातार हथियार और फंड उपलब्ध करा रहा है।
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