कमला हैरिस और ट्रंप के बीच होने वाली है तगड़ी बहस, अब पता चलेगा किसमें कितना है दम
कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच प्रेसिडेंशियल बहस होने वाली है। अमेरिक में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दोनों उम्मीदवार एक-दूसरें को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। ऐसे में यह बहस आगामी चुनाव के लिहाज से बेहद अहम साबित होने वाली है।
वाशिंगटन: अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट होने वाली है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस इस डिबेट में आमने-सामने होंगे। भारतीय समय के लिहाज से इसे बुधवार सुबह 7 से 8 बजे (US टाइम के हिसाब से मंगलवार रात 9 बजे) से देखा जा सकता है। डिबेट के दौरान दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक बहस होगी। बहस के दौरान दोनों ही नेताओं पर देश को लेकर अपने अलग दृष्टिकोण को बताने का दबाव होगा। डिबेट पूर्वी फिलाडेल्फिया में होगी। इससे पहले 28 जून को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई थी। पहली डिबेट में जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप आमने-सामने थे। डिबेट में शुरुआत से ही ट्रंप भारी पड़ते दिखे थे। ट्रंप को पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट का विनर घोषित किया गया था।
क्या दर्शाना चाहती हैं हैरिस
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ से बाहर होने का फैसला किया था। इसके बाद दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों ने अपने-अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा की। हैरिस यह दर्शाना चाहती हैं कि वह बाइडेन की तुलना में ट्रंप के खिलाफ डेमोक्रेटिक पक्ष को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकती हैं। वहीं, ट्रंप उपराष्ट्रपति को संपर्क से दूर उदारवादी के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
कमला हैरिस ने की है तैयारी
हैरिस (59) उपराष्ट्रपति के रूप में सेवा देने वाली पहली महिला, अश्वेत और दक्षिण एशियाई मूल की व्यक्ति हैं। रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप (78) ने कई बार उनके खिलाफ नस्लीय और लैंगिक रूढ़ियों का सहारा लिया है, जिससे उनके सहयोगी निराश हैं जो चाहते हैं कि ट्रंप इसके बजाय हैरिस के साथ नीतिगत मतभेदों पर ध्यान केंद्रित करें। कमला हैरिस ने पिछले पांच दिन में ज्यादातर समय पेनसिल्वेनिया में बहस की तैयारियों में बिताया है। बहस से पहले उन्होंने रेडियो होस्ट रिकी स्माइली से कहा कि वह इस बात पर काम कर रही हैं कि अगर ट्रंप झूठ बोलते हैं तो उन्हें कैसे जवाब देना है। उन्होंने कहा, ‘‘वह कितना नीचे गिरेंगे, इसकी कोई सीमा नहीं है।’’
क्या होती है प्रेसिडेंशियल डिबेट?
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उम्मीदवारों के बीच अहम मुद्दों पर बहस कराई जाती है। इसके आधार पर वोटर्स उम्मीदवारों को लेकर अपनी राय बनाते हैं। इसे ही प्रेसिडेंशियल डिबेट कहा जाता है। चुनाव से पहले ऐसी दो डिबेट कराई जाती हैं। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन एफ कैनेडी और रिपब्लिकन पार्टी के रिचर्ड निक्सन के बीच हुई थी। 1960 के चुनाव में निक्सन हार गए थे और कैनेडी राष्ट्रपति बने थे। (एपी)
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