राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटे बाइडेन तो भारतीय-अमेरिकी सांसदों का भी आया रिएक्शन, जानिए किसने क्या कहा
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव रोचक होता जा रहा है। जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की रेस से खुद को बाहर कर लिया है। बाइडेन के इस पैसले पर भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने भी प्रतिक्रिया दी है।
वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जो बाइडेन ने बड़ा फैसला लिया है। बाइडेन राष्ट्रपति की रेस से हटने का फैसला किया है। बाइडेन के इस फैसले की सराहना सभी पांच भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने की है। इनमें से तीन ने राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की संभावित उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया है। बाइडेन (81) ने रविवार को घोषणा की थी कि वह राष्ट्रपति पद का आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे और उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नाम का अनुमोदन किया है। अमेरिकी में राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव में करीब 100 दिन बचे हैं।
'डोनाल्ड ट्रंप को हराएं और इतिहास बनाएं'
प्रतिनिधि सभा में अभी पांच भारतीय-अमेरिकी सांसद - राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, श्री थानेदार, प्रमिला जयपाल और अमी बेरा हैं। ये सभी डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं। अभी तक इनमें से तीन खन्ना, थानेदार और जयपाल ने हैरिस (59) का समर्थन किया है। हैरिस उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी नागरिक हैं। जयपाल ने हैरिस का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को समर्थन। चलिए, डोनाल्ड ट्रंप को हराएं और इतिहास बनाएं।’’ उन्होंने हैरिस से फोन पर भी बात की।
'हैरिस का समर्थन करते हुए गर्व हो रहा है'
खन्ना ने कहा, ‘‘मुझे हमारे उम्मीदवार के रूप में कमला हैरिस का समर्थन करते हुए गर्व हो रहा है। पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला और पहली एशियाई अमेरिकी के रूप में उनकी मजबूत उम्मीदवारी हमारी पार्टी में ऊर्जा भरेगी। हमारी पार्टी अब आशा के संदेश के साथ और भविष्य के दृष्टिकोण पर चल सकती है।’’
'बाइडेन के फैसले का सम्मान'
थानेदार ने एक बयान में कहा कि उन्हें कोई शक नहीं था कि राष्ट्रपति बाइडेन, ट्रंप को हरा देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का अनुमोदन करने के लिए उनका पूरा समर्थन करता हूं। वह बेहतरीन उम्मीदवार और राष्ट्रपति होंगी।’’
इन्होंने क्या कहा?
वर्जीनिया के स्टेट सीनेटर सुहास सुब्रमण्यम ने भी हैरिस को समर्थन देने की घोषणा की। मोन्टगोमेरी काउंटी के आयुक्त नील मखीजा ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति बाइडन के डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से नामांकन वापस लेने की घोषणा के बाद मैं इस ऐतिहासिक अवसर के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन कर गौरवान्वित और उत्साहित हूं।’’
'मूर्ख मत बनिए'
इस बीच, हिंदू-अमेरिकी पूर्व कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड ने कहा कि कमला हैरिस ‘‘गुप्त और अनधिकृत नेटवर्क वाली सरकार की नई, नाममात्र की नेता’’ हैं और सरकार के मुखिया की भूमिका में ‘‘अत्यधिक खतरनाक’’ साबित होंगी। गबार्ड ने देशवासियों से रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए वोट करने को कहा। उन्होंने एक वीडियो में कहा, ‘‘बाइडेन बाहर हो गए हैं, कमला हैरिस आ गई हैं। मूर्ख मत बनिए, नीतियां नहीं बदलेंगी। जैसे बाइडेन में निर्णय लेने की शक्ति नहीं थी, वैसे ही कमला हैरिस में भी नहीं होगी।’’ (भाषा)
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