वाशिंगटनः अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति लगता है भारत के साथ रिश्तों को खराब करने पर तुल गए हैं। पहले अदाणी मामले में तथाकथित घूस देने का आरोप लगाकर अमेरिकी अदालत ने कार्रवाई शुरू कर दी। अब इसके 2 दिन बाद ही अमेरिकी न्याय विभाग ने भारत के खिलाफ दूसरा बड़ा एक्शन ले लिया है। इससे भारत-अमेरिका के रिश्तों में खटास आने की आशंका बढ़ गई है। भारत के खिलाफ अमेरिकी प्रशासन की ओर से लगातार एक के बाद एक ऐसी कार्रवाइयों ने बाइडेन की उस सोच को भी सामने ला दिया है, जिसे उन्होंने अब तक दबाए रखा रखा था। गौतम अदाणी पर कार्रवाई करने के बाद अब अमेरिका ने भारत के एक नागरिक पर रूस की कंपनियों के लिए अमेरिकी विमानन सामग्री हासिल का आरोप लगाया है।
साथ ही इस आरोप में निर्यात नियंत्रण कानून के उल्लंघन के तहत अमेरिकी पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को कहा कि नई दिल्ली स्थित एयर चार्टर सेवा प्रदाता ‘अरेजो एविएशन’ के प्रबंध भागीदार संजय कौशिक को 17 अक्टूबर को मियामी में उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह आधिकारिक यात्रा पर भारत से आए थे। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, ‘अरेजो एविएशन’ दिल्ली कैंट के मेहरम नगर में स्थित है और यह एक विमानन सेवा कंपनी है जो चार्टर विमान, हवाई एम्बुलेंस के क्षेत्र में काम करती है, साथ ही वाणिज्यिक, सामान्य और कॉर्पोरेट विमानों के कलपुर्जे और पायलट मुहैया कराती है।
ओरेगॉन जेल में भारतीय नागरिक को किया बंद
अमेरिका ने कौशिक को फिलहाल ओरेगॉन जेल में बंद किया है। उन्होंने अपनी रिहाई के लिए अब तक अपील नहीं की है। अमेरिकी मजिस्ट्रेट न्यायाधीश स्टेसी एफ बेकरमैन ने कौशिक के फरार होने की आशंका को देखते हुए शुक्रवार को उन्हें हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अगर वह दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें अधिकतम 20 वर्ष के कारावास की सजा हो सकती है और आरोपों के लिए प्रति मामले में 10 लाख अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। संघीय अभियोजकों ने अदालत में कहा, ‘‘कौशिक अवैध खरीद करने वाले एक गिरोह का सदस्य है जो रूस की कंपनियों के लिए अमेरिका से अवैध रूप से विमानन सामान और प्रौद्योगिकी प्राप्त करता है। (भाषा)
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