वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संघीय शिक्षा विभाग को समाप्त करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है। इसके बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, "मैं बहुत भाग्यशाली था। मैंने एक अन्य दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए जो देश के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ। इसके बाद मैंने कहा, चलो उसी कलम का उपयोग इस कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के लिए भी करें।"
ट्रंप के इस कदम के बाद अब अमेरिकी शिक्षा विभाग का दफ्तर पर बंद हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक कार्यालय एवं आवास ‘व्हाइट हाउस’ के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर यह जानकारी दी है।
क्यों बंद किया शिक्षा विभाग
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने शिक्षा विभाग को बेकार और उदारवादी विचारधारा से दूषित करार दिया है। इसलिए उन्होंने इसे बंद करने का फैसला किया है। हालांकि जानकार यह भी कहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप के लिए शिक्षा विभाग को बंद करना आसान नहीं है और यह कांग्रेस की सहमति से ही संभव है। मगर ट्रंप इसे बंद करने पर उतारू थे। अमेरिका का यह शिक्षा विभाग करीब 45 वर्षों से चल रहा है।
45 साल पहले हुआ था विभाग का गठन
इसका गठन 1979 में किया गया था। व्हाइट हाउस की तथ्यान्वेषी रिपोर्ट में कहा गया है कि आदेश में शिक्षा मंत्री लिंडा मैकमोहन को ‘‘शिक्षा विभाग को बंद करने और शिक्षा प्राधिकरण को राज्यों को सौंपने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया जाएगा, साथ ही उन सेवाओं, कार्यक्रमों और लाभों की प्रभावी और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी जिन पर अमेरिकी निर्भर हैं।
ट्रंप के अब तक के बड़े फैसले
- अवैध प्रवासियों को अमेरिका से बाहर निकलना
- विभिन्न देशों पर समान टैरिफ की घोषणा करना
- यूएसएड को बंद करना
- अमेरिका में ट्रांसजेंडर सिस्टम खत्म करना
- आईवीएफ तकनीकी को सस्ता करना
- पूर्व राष्ट्रपति मार्टिन लूथर किंग और जॉन एफ कैनेडी की हत्या के दस्तावेजों को सार्वजनिक करना
- फ्री स्पीच को प्राथमिकता देना
(भाषा)
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