A
Hindi News विदेश अमेरिका ट्रंप ने ऐसे पूर्व शीर्ष खुफिया अधिकारी को चुना CIA का चीफ, जिसे कहा जाता है चीन के लिए "बाज"

ट्रंप ने ऐसे पूर्व शीर्ष खुफिया अधिकारी को चुना CIA का चीफ, जिसे कहा जाता है चीन के लिए "बाज"

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसे पूर्व शीर्ष खुफिया अधिकारी को केंद्रीय खुफिया एजेंसी का निदेशक चुना है, जिनका नाम अमेरिका के टॉप जासूसों में शुमार है। इतना ही नहीं, ये अधिकारी इतना खतरनाक है कि चीन के लिए "बाज" भी कहा जाता है।

जॉन रेडक्लिफ, सीआइए के संभावित चीफ। - India TV Hindi Image Source : REUTERS जॉन रेडक्लिफ, सीआइए के संभावित चीफ।

वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कैबिनेट के अधिकारियों को एक-एक करके चुनना शुरू कर दिया है। वह इस कार्य में बेहद सावधानी बरत रहे हैं और ऐसे व्यक्तित्व को चुन रहे हैं, जो अमेरिका के लिए जीने-मरने वाले हैं और जिन्होंने अपने देश के लिए बड़ा योगदान दिया है। इसी कड़ी में ट्रंप ने अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआइए) के निदेशक के लिए उन्होंने एक ऐसे पूर्व खुफिया अधिकारी को चुना है, जिनका नाम अमेरिका के शीर्ष जासूसों में है और जिनको चीन के लिए "बाज" कहा जाता है। 

ट्रंप ने इसके लिए अपने सबसे करीबी सहयोगी जॉन रैटक्लिफ को चुना है, जो उनके पहले कार्यकाल के अंत में भी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक थे। बता दें कि रैटक्लिफ ने मई 2020 के अंत से जनवरी 2021 में ट्रम्प के कार्यालय छोड़ने तक देश के शीर्ष जासूस के रूप में कार्य किया था। हाल ही में वह सेंटर फॉर अमेरिकन सिक्योरिटी के सह-अध्यक्ष हैं जो ट्रम्प के पदों की वकालत करने वाला एक थिंक टैंक है। इसके अलावा रैटक्लिफ ने पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति को अपने 2024 अभियान के दौरान नीतियों को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा पर सलाह भी दी थी। ट्रंप ने कहा,- "मुझे उम्मीद है कि जॉन हमारे देश के दोनों सर्वोच्च खुफिया पदों पर सेवा करने वाले पहले व्यक्ति होंगे। वह राष्ट्रीय सुरक्षा के उच्चतम स्तर और ताकत के माध्यम से शांति सुनिश्चित करते हुए सभी अमेरिकियों के संवैधानिक अधिकारों के लिए एक निडर सेनानी होंगे।

पूर्व खुफिया अधिकारी रहे हैं रैटक्लिफ

रैटक्लिफ ट्रंप के सबसे भरोसेमंद होने के साथ अमेरिका के पूर्व खुफिया निदेशक रहे हैं। उन्होंने ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान काम किया था। प्रतिनिधि सभा के पूर्व सदस्य रैटक्लिफ ने मई 2020 में डीएनआई बनने के लिए अपनी पुष्टिकरण सुनवाई में वादा किया था कि वह इस पद पर "उद्देश्यपूर्ण और समय पर खुफिया जानकारी" प्रदान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह ईरान की सेना, उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम और अमेरिकी चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप जैसे अन्य मुद्दों पर बारीकी से नजर रखेंगे। जब 2020 में रिपब्लिकन-बहुमत सीनेट द्वारा रैटक्लिफ को डीएनआई के रूप में पुष्टि की गई, तो सभी डेमोक्रेटिक सीनेटरों ने उनके अनुभव की कमी और पक्षपात का हवाला देते हुए उनके नामांकन के खिलाफ मतदान किया था। 

चीन के लिए बाज कहे जाते हैं रैटक्लिफ

रैटक्लिफ अमेरिका के प्रतिद्वंदी चीन के लिए बाज कहे जाते हैं। बाज यानि जो सबसे हमलावर पक्षी है। वहीं हाल ही में रैटक्लिफ ने मध्य-पूर्व में राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों की भी आलोचना की थी। जून 2023 में प्रकाशित एक लेख में, उन्होंने तर्क दिया था कि गाजा में सैन्य कार्रवाइयों को लेकर इज़रायल को हथियारों की खेप रोकने की बाइडेन की धमकी ने एक प्रमुख सहयोगी को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि प्रशासन ईरान पर पर्याप्त सख्त नहीं था। रैटक्लिफ ने डीएनआई के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान खुद को चीन के बाज़ के रूप में भी स्थापित किया। वॉल स्ट्रीट जर्नल में दिसंबर 2020 के एक लेख में रैटक्लिफ ने लिखा, "खुफिया जानकारी स्पष्ट है: बीजिंग आर्थिक, सैन्य और तकनीकी रूप से अमेरिका और बाकी ग्रह पर हावी होने का इरादा रखता है।" (रॉयटर्स)

Latest World News