26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है। अमेरिका की एक अदालत ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर हुसैन राणा को भारत को सौंपने को मंज़ूरी दे दी है। बता दें कि 10 जून 2020 को भारत सरकार ने राणा को गिरफ्तार करके भारत लाने की मांग की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इसका समर्थन किया औक आखिरकार अमेरिका की कोर्ट ने इसकी इजाज़त दे दी है।
राणा बना था मास्टरमाइंड हेडली का कवर
केलिफोर्निया की अदालत ने 16 मई को ये फैसला दिया था, जिसे आज जारी किया गया है। तहव्वुर हुसैन राणा को मुंबई हमले की साज़िश में शामिल होने के आरोप में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था। NIA लश्कर द्वारा किये गये इस आतंकी वारदात की जांच कर रही है। अदालत में ये दलील दी गई कि राणा ये जानता था कि उसके बचपन का दोस्त डेविड कोलमन हेडली लश्कर के साथ जुड़ा है और मुंबई हमले के लिए साज़िश रच रहा है। राणा ने उसकी गतिविधियों पर पर्दा डालने के साथ साथ हेडली के लिए कवर का काम किया। हेडली लश्कर के आतंकियों के साथ जो भी मीटिंग करता था राणा को उसकी सारी जानकारी रहती थी।
हेडली को 2013 में 35 साल की सजा
डेविड हेडली को अमेरिका की एक अदालत ने 2013 में 35 साल की सजा सुनाई थी। उसने भारत में मुंबई हमलों पर चल रहे मामले में सरकारी गवाह बनना कबूल किया था। इस गवाही के बदले उसने सजा में माफी की गुहार लगाई थी। हेडली ने हमले से पहले पांच बार भारत का दौरा किया। हमले वाली जगह के वीडियो बनाए और सिद्धिविनायक मंदिर से कलावा भी खरीदा जिसे आतंकियों ने हमले के वक्त पहना था।
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