चांदी की ट्रेन, पश्मीना शॉल; PM मोदी ने जिल और जो बाइडेन को दिया खास उपहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को चांदी से बनी ट्रेन का मॉडल उपहार में दिया है। इसके अलावा पीएम मोदी ने जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन को भी खास तोहफा दिया है।
PM Narendra Modi Special Gifts For Jill and Joe Biden: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। यहां पीएम मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। डेलावेयर के विलमिंगटन में स्थित बाइडेन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया और दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले। इसके बाद बाइडेन मोदी का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर लेकर गए जहां द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस बीच पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन को खास तोहफा भी दिया। तो चलिए पहले आपको बताते हैं कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को क्या तोहफा दिया है।
पीएम मोदी ने जो बाइडेन को दिया गिफ्ट
पीएम मोदी ने जो बाइडेन को चांदी से बनी, हाथ से उकेरी गई ट्रेन का मॉडल गिफ्ट किया है। इस चांदी की ट्रेन के मॉडल की खास बात यह है कि इसे महाराष्ट्र के कारीगरों ने तैयार किया गया है। चांदी पर पूरा काम हाथ से किया गया है। ट्रेन को बनाने में 92.5 फीसदी चांदी का प्रयोग किया गया है। पारंपरिक तकनीक इस मॉडल को तैयार किया गया है। इस ट्रेन मॉडल पर 'DELHI-DELAWARE' भी लिखा गया है।
जिल बाइडेन के लिए भी खास तोहफा
पीएम मोदी ने जो बाइडेन की पत्नी जिल बाइडन को भी खास तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने अमेरिका की फर्स्ट लेडी को पश्मीना शॉल उपहार में दी है। असाधारण गुणवत्ता और बेजोड़ सुंदरता वाली पश्मीना शॉल जम्मू और कश्मीर से आती है। शॉल की कहानी लद्दाख के ऊंचे इलाकों में रहने वाली चंगथांगी बकरी से शुरू होती है। शॉल के लिए मुलायम रेशा हाथ से कंघी करके बनाया जाता है जिसे पश्म कहते हैं। रेशे को पारंपरिक तरीके से सूत में बदला जाता है जिसके बाद पश्मीना शॉल बनाई जाती है।
यह भी जानें
बता दें कि, पश्मीना शॉल पारंपरिक रूप से जम्मू और कश्मीर के पेपर माचे बॉक्स में पैक होकर आती हैं, जो अपनी बेहतरीन सुंदरता और शिल्प कौशल के लिए फेमस है। ये बॉक्स पेपर पल्प, गोंद और अन्य प्राकृतिक सामग्रियों के मिश्रण का उपयोग करके हाथ से बनाए जाते हैं। प्रत्येक बॉक्स कला का एक अनूठा काम है, जो कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
यह भी पढ़ें:
अमेरिका ने भारत को सौंपी 297 प्राचीन बहुमूल्य कलाकृतियां, PM मोदी ने जताया बाइडेन का आभार