वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन ने गुरुवार को कहा कि इस बात के कई संकेत हैं कि रूस अगले कुछ दिनों में यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रूस और अमेरिका के बीच बढ़े तनाव के बीच बायडेन की यह टिप्पणी आई है। इस बीच रूस ने यूएनएससी के विशेष सत्र में आरोप लगाया है कि पश्चिमी देशों का एकमात्र मकसद जंग करवाना है। रूस ने कहा कि अगर पश्चिम ऐसा नहीं चाहता तो यूक्रेन की कठपुतली सरकार बहुत पहले ही मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए मजबूर हो जाती।
रूस ने कहा, जंग है पश्चिमी देशों का एकमात्र मकसद
रूस ने यूएनएससी में कहा, ‘पश्चिमी देशों का एकलौता मकसद जंग करना है। यदि ऐसा नहीं होता, तो यूक्रेन की कठपुतली सरकार बहुत पहले ही मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए मजबूर हो जाती। चूंकि ऐसा नहीं हो रहा है, हम कह सकते हैं कि पश्चिम रूस के साथ जंग करना चाहता है। कल यूक्रेन के उपराष्ट्रपति ने कहा कि डोनबास की विशेष स्थिति पर कोई नया कानून नहीं होगा, इसलिए कोई प्रत्यक्ष समझौता नहीं होगा। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि मिन्स्क समझौते को लागू करने के लिए पश्चिम द्वारा उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया है।’
‘यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है रूस, ऐसे कई संकेत’ वहीं, अमेरिका ने कहा है कि इस बात की आशंका बढ़ गई है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहा है। रूस ने हालांकि कहा है कि उसकी यूक्रेन पर हमला करने की कोई योजना नहीं है। बायडेन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे पास ऐसे कई संकेत है कि वे (रूस) यूक्रेन में घुसने, यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।’ उन्होंने कहा कि यूक्रेन से लगी सीमा से रूसी सेना की वापसी के दावे पर अमेरिका को कोई संकेत नहीं नजर आया है। बायडेन ने कहा कि अमेरिका के पास ‘विश्वास करने का कारण है कि रूस बनावटी बातें कर रहा है ताकि वह अंदर जाने का बहाना तलाश सके।’
‘यूक्रेन पर रूसी हमले का खतरा अभी बहुत ज्यादा है’ बायडेन ने सवालों के जवाब में कहा कि
यूक्रेन पर रूसी हमले का खतरा अभी बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि हमला अगले कुछ दिनों में हो सकता है और उन्होंने यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रतिक्रिया को नहीं पढ़ा है। कई खबरों के अनुसार, रूस ने यूक्रेन की सीमाओं के आसपास लगभग 1,50,000 बलों को तैनात किया है। ‘सीएनएन’ ने विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया कि बायडेन प्रशासन द्वारा क्रेमलिन को तीन सप्ताह पहले एक लिखित दस्तावेज दिए जाने के बाद अमेरिका को रूस से जवाब मिला है। इस बीच मास्को ने रूस में अमेरिकी दूतावास में दूसरे सबसे वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है।
अमेरिका के वरिष्ठ राजनयिक को रूस ने किया निष्कासित अमेरिका ने गुरुवार को इस बात की पुष्टि की कि
रूस ने मॉस्को में उसके दूतावास में एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, ‘रूस ने अमेरिकी उप राजदूत बार्ट गोर्मन को निष्कासित कर दिया है, जो दूतावास में दूसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं।’ रूस ने हालांकि अभी तक यह नहीं बताया है कि उसने यह कदम क्यों उठाया है। विभाग ने कहा कि मॉस्को ने यह कार्रवाई ‘बिना उकसावे के की है और हम इसे एक भड़काऊ कदम मानते हैं और अपनी प्रतिक्रिया पर विचार कर रहे हैं।’
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