वॉशिंगटन: रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रामक कार्रवाई को देखते हुए अमेरिका ने मॉस्को पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर ली है। इससे पहले ब्रिटेन ने मंगलवार को 5 रूसी बैंकों और इस देश के 3 बेहद अमीर लोगों पर सख्त प्रतिबंध लगाए थे। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संसद को बताया कि यह यूक्रेन के 2 अलगाववादी क्षेत्रों में रूसी सैनिकों के प्रवेश के खिलाफ जवाबी उपायों की 'पहली कड़ी' है। ब्रिटेन ने रोसिया, आईएस बैंक, जनरल बैंक, प्रोम्सव्याज बैंक और ब्लैक सी बैंक के अलावा रूस से ताल्लुक रखने वाले 3 अरबपतियों, गेनेडी टिमचेंको, बोरिस रोटेनबर्ग और इगोर रोटेनबर्ग, पर प्रतिबंध लगाए हैं।
बायडेन ने कहा था, रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएगा अमेरिका
बायडेन ने स्पष्ट कर दिया था कि वॉशिंगटन व्यापक वित्तीय प्रतिबंध लगाने का इरादा रखता है। बायडेन प्रशासन ने कहा कि अमेरिका के सबसे कठोर प्रतिबंध का पैकेज यूरोपीय देशों के सहयोग से तैयार कर लिया गया है, जो पुतिन और रूस के अंतराष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त होगा। इससे रूस में मंदी आने की संभावना बनेगी। अमेरिका ने अब तक यह खुलासा नहीं किया है कि वह संभावित कठोरतम पाबंदियों में किस विकल्प का उपयोग करेगा।
रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया है: व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस ने पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों की तैनाती का जिक्र करते हुए रूस के इस कदम को 'आक्रमण' करार दिया था। अमेरिका यूक्रेन संकट के प्रारंभ में इस शब्द का इस्तेमाल करने से हिचकिचाता रहा है। प्रधान उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा, ‘हमारा मानना है कि यह आक्रमण की शुरुआत है। यूक्रेन पर रूस से नए आक्रमण की शुरुआत।’ अमेरिका के एक अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा कि व्हाइट हाउस ने जमीनी स्थिति को देखते हुए रूस की कार्रवाई को 'आक्रमण' कहना शुरू किया है।
रूसी संसद ने पुतिन को दे दिया ये बडा हथियार
रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है। संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिये यूक्रेन पर व्यापक आक्रमण का रास्ता साफ हो गया है। पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था। पुतिन ने एक दिन पहले यूक्रेन के विद्रोहियों वाले इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी। इससे पहले, पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं। वहीं अमेरिका ने रूस के इस कदम को आक्रमण बताया है।
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