वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन रूस की उस घोषणा को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि वह यूक्रेन की राजधानी कीव में सैन्य अभियानों में उल्लेखनीय रूप से कमी लाएगा। रूसी घोषणा के संबंध में किए सवाल पर बाइडन ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘हम देखेंगे कि क्या होता है। मैं तब तक इस बारे में कुछ नहीं कह सकता, जब तक कि उनकी आगे की कार्रवाई के बारे में ना जान लूं।’ गौरतलब है कि रूस के उप-रक्षामंत्री एलेक्जेंडर फोमिन ने मंगलवार को कहा था कि युद्ध समाप्त किए जाने के मकसद से जारी वार्ता में विश्वास बढ़ाने के लिए रूस ने कीव और चेर्नीहीव के पास अभियान को उल्लेखनीय रूप से कम करने का फैसला किया है।
हम देखेंगे क्या वे अपनी बात पर कायम रहते हैं- बाइडन बाइडन ने कहा, ‘हम देखेंगे कि क्या वे अपनी बात पर कायम रहते हैं। तुर्की और अन्य स्थानों पर वार्ता शुरू हो गई है।' बाइडन ने कहा कि, 'उन्होंने इस संबंध में फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के प्रमुख नेताओं के साथ भी बातचीत की है। ऐसा लगता है कि एक आम सहमति बन गई है, अब देखते हैं कि वे क्या करते हैं। हमें जल्द पता चल जाएगा कि वे क्या करने जा रहे हैं, लेकिन तब तक हम अपने कड़े प्रतिबंध जारी रखेंगे। हम यूक्रेनी सेना को अपनी रक्षा करने के लिए सैन्य मदद मुहैया कराना जारी रखेंगे।’
किसी संप्रभु देश पर अकारण सैन्य आक्रमण अस्वीकार्य- ली सीन लूंग
बाइडन के साथ सिंगापुर के 'प्रधानमंत्री ली सीन लूंग' ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, 'उनका देश यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की कड़ी निंदा करता है। बड़े और छोटे सभी देशों की संप्रभुता, राजनीतिक स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। किसी भी तर्क पर किसी संप्रभु देश पर अकारण सैन्य आक्रमण अस्वीकार्य है। हम किसी भी देश को इस तर्क पर माफ नहीं कर सकते कि दूसरे देश की आजादी ऐतिहासिक त्रुटी और गलत फैसलों का परिणाम है। मैंने राष्ट्रपति बाइडन को उन उपायों के बारे में बताया है, जो सिंगापुर ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध करने की रूस की क्षमता को प्रभावित करने के लिए उठाए हैं।’ इनपुट- भाषा
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