पुतिन ने कहा कि यूक्रेन थोड़ा और अधिक जमीन दे तो खत्म हो जाएगा युद्ध, कीव ने खारिज किया "अल्टीमेटम"
यूक्रेन में शांति को लेकर स्विट्जरलैंड में चल रहे सम्मेलन से पहले पुतिन ने एक और बयान दिया है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यदि यूक्रेन मॉस्को के लिए अपनी और अधिक जमीन छोड़ने को तैयार हो और वह नाटो में शामिल होने की जिद छोड़ दे तो युद्ध खत्म हो सकता है।
मॉस्कोः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए अब यूक्रेन से एक और डिमांड कर दी है। पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि रूस यूक्रेन में यह युद्ध तभी समाप्त करेगा जब यूक्रेन हमें और अधिक जमीन दे दे। उन्होंने कहा कि अगर कीव नाटो में शामिल होने की अपनी महत्वाकांक्षाओं को छोड़ने को तैयार हो और मॉस्को द्वारा दावा किए गए सभी चार प्रांतों को रूस को सौंपने पर सहमत हो तो यह युद्ध खत्म हो सकता है। बता दें कि रूस ने यूक्रेन के जापोरिज्जिया, खेरसोन, लुहांस्क और दोनेत्स्क पर कब्जा कर रखा है।
रूस ने यूक्रेन के उक्त चारों क्षेत्रों को रूस में मिलाने की घोषणा कर चुका है। मगर यूक्रेन इसे नहीं मानता। यूक्रेन ने अपने इन सभी चारों क्षेत्रों को रूस से वापस लेने की कसम खाई है। कीव ने कहा कि रूस की इस मांग को पूरा करने का मतलब मॉस्को के सामने आत्मसमर्पण करने जैसा है और कीव ऐसा नहीं कर सकता। इसलिए मॉस्को के इस अल्टीमेटम को कीव खारिज कर रहा है।
यूक्रेन की शर्तों पर रूस ने रखी थी अपनी शर्त
बता दें कि स्विट्जरलैंड में यूक्रेन में शांति के विषय पर एक सम्मेलन चल रहा है। इसमें रूस आमंत्रित नहीं है। मगर इस सम्मेलन की पूर्व संध्या पर यूक्रेन की मांगों के सापेक्ष रूस ने अपना डिमांड भेज दी थी। इसमें पुतिन ने यूक्रेन की गई शर्तों के विपरीत अपनी अधिकतमवादी शर्तें रख दी। इससे स्पष्ट रूप से मास्को के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है कि युद्ध में उसकी सेनाओं का दबदबा है। पुतिन ने कहा कि रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों से यूक्रेन को अपनी सेना हटा लेना चाहिए। इसके साथ ही रूस पर लगे पश्चिमी प्रतिबंधों को खत्म करना भी यूक्रेन शांति समझौते का हिस्सा होना चाहिए। उन्होंने यूक्रेन के "अनाज़ीकरण" के अपने आह्वान को भी दोहराया, जिसे कीव अपने नेतृत्व के खिलाफ अपशब्द कहता है। यूक्रेन ने कहा कि स्थितियाँ "बेतुकी" थीं।
यूक्रेन ने कही ये बात
यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने रॉयटर्स को बताया, "वह (पुतिन) यूक्रेन को हार स्वीकार करने की पेशकश कर रहे हैं। वह यूक्रेन को अपने क्षेत्रों को कानूनी तौर पर रूस के लिए छोड़ देने की पेशकश कर रहे हैं। वह यूक्रेन को अपनी भूराजनीतिक संप्रभुता पर हस्ताक्षर करने की पेशकश कर रहे हैं।" वहीं राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने इटली के स्काईटीजी24 समाचार चैनल को बताया कि पुतिन की टिप्पणियाँ एक अल्टीमेटम की तरह हैं, जिसे सावधानीपूर्वक स्विस शिखर सम्मेलन से ठीक पहले पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "यह स्पष्ट है कि वह (पुतिन) समझते हैं कि शांति शिखर सम्मेलन होगा। यह स्पष्ट है कि वह समझते हैं कि दुनिया में बहुमत यूक्रेन के पक्ष में है, जीवन के पक्ष में है।" शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर, हवाई हमले के सायरन, लोगों की हत्या और मिसाइल हमलों के बीच वह ऐसे बोलते हैं जैसे किसी प्रकार का अल्टीमेटम जारी कर रहे हों।"
पुतिन नहीं दे सकते यूक्रेन को निर्देश
इस मामले पर अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा: "वह (पुतिन) यूक्रेन को यह निर्देश देने की स्थिति में नहीं हैं कि उन्हें शांति लाने के लिए क्या करना चाहिए।" पुतिन के भाषण का समय स्पष्ट रूप से स्विस शिखर सम्मेलन को रोकने के लिए था, जिसे रूस के बहिष्कार के बावजूद "शांति सम्मेलन" के रूप में पेश किया गया था, जहां ज़ेलेंस्की युद्ध को समाप्त करने के लिए कीव की शर्तों के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन का प्रदर्शन करना चाहते हैं। (रायटर्स)
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