PM Modi Live: पीएम मोदी ने कहा-सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने छीन लिया था भारत का आत्मविश्वास, अब वह लौट आया है
प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन के कैनेडी सेंटर में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम को जोरदार तरीके से संबोधित करने के बाद वह अब रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीयों को संबोधित करने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने रोनाल्ड रीगन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबने जो अमेरिका में एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर बनाई है। इसके लिए आप सबको बधाई देता हूं। मुझे अमेरिका में जितना सम्मान मिल रहा है, इसका श्रेय अमेरिका में आपकी मेहनत और अमेरिका के विकास के लिए किए जा रहे आपके प्रयासों को जाता है। अमेरिका में रहने वाले मां भारती की हर संतान का अभिनंदन करता हूं। मैं बाइडन के साथ कई दिनों से हूं। मैं अनुभव से कहता हूं वह एक सुलझे हुए अनुभवी नेता हैं। भारत अमेरिका पार्टनरशिप को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का व्यक्तिगतरूप से उनका प्रयास रहा है। मैं सार्वजनिक रूप से उनके इन प्रयासों की सराहना करता हूं।
साथियों भारत और अमेरिका के रिश्तों की एक नई यात्रा शुरू हुई है। यह यात्रा ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की हमारे कन्वर्जन और मेक इन इंडिया के कोआपरेशन की है। इंडस्ट्रियल सप्लाई में बढ़ते चेन की दिशा में दोनों देश मजबूत कदम उठा रहे हैं। जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी का भारत में फाइटर प्लेन बनाने का फैसला भारत के डिफेंस सेक्टर के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यह समझौता करके अमेरिका सिर्फ टेक्नोलॉजी ही नही, बल्कि म्यूचुअल ट्रस्ट को भी शेयर करेगा। म्यूचुअल डिफेंस पार्टनरशिप से दोनों देशों के साथ रिश्ता और गहरा होने होला है।
गूगल, मौक्रोन जैसी बड़ी कंपनियों ने भी भारत में इन्वेस्टमेंट की घोषणा की है। माइक्रोन 2.5 बिलियन डॉलर का निवेश भारत को वर्ल्ड सेमिकंडर चेन से जोड़ने वाला है। 400 बिलियन डालर का निवेश भारत में सेमिकंडक्टर बनाने में मदद करेगा। गूगल भारत में ग्लोबल फिनटेक सेंटर खोलने जा रहा है। बोइंग ने भी पायलट की ट्रेनिंग समेत अन्य दिशा में सहयोग बढ़ाने का एलान किया है। यह सारे समझौते भारत में इनवेस्टमेंट के साथ रोजगार, हाई टेक्निक मैन्युफैक्चरिंक और इन्नोवेशन को बढ़ावा देंगे।
भारत-अमेरिका की साझेदारी अंतरिक्ष में खोल रही संभावनाओं का द्वार
भारत अमेरिका ने जो समझौता किया है, वह अंतरिक्ष में बहुत सारी संभावनाओं का द्वार खेलने जा रहा है। अमेरिका का आर्टिमिस प्रोग्राम बहुत बड़ा है। नासा के साथ एस्ट्रोनाट भेजने के लिए भी बात हुई है। भारतीय एस्ट्रोनाट्स को एडवांस ट्रेनिंग भी अमेरिका देगा। इसलिए मैंने कल कहा कि "स्काई इज नो लिमिट"। यह समझौता सिर्फ कुछ नीतियों को आगे बढ़ाना नहीं, बल्कि दोनों देशों के करोड़ों लोगों के भाग्य को आगे बढ़ाने के लिए है। यह लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए है। आप में बहुत से लोग वर्षों से यहां अमेरिका में रह रहे हैं। यहां आप आपने जीवन, दिनचर्या में व्यस्त हैं, लेकिन आपका दिल भारत में भी लगा रहता है। इसलिए आपकी सहूलियत भारत की प्राथमिकता है।
अब आपको वीजा के लिए भारत जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी
आपकी जरूरत को देखते हुए भारत इस साल सियोटेल में एक नया कंसुलेट खोलने जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका के दो और शहरों में भारतीय कंसुलेट खोले जाएंगे। मैं जानता हूं कि आपकी चिट्ठियां शुरू हो जाएंगी कि हमारे यहां हो, हमारे यहां हो। देखिये शुरू हो गया। आप लोग पक्का कर लीजिए। एक बात यह भी है कि अब अहमदाबाद और बेंगलुरू में भी अमेरिका के नए कंसुलेट खुलने जा रहे हैं। आप में से बहुत से लोगों की एच1 बी वीजा को लेकर भी लंबे अर्से से डिमांड थी। अब निर्णय लिया है कि इसे रिन्यू करने के लिए आपको अमेरिका से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अमेरिका में रहते हुए ही अब ये वीजा रिन्यू हो जाएगा। इसके लिए इस साल एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इसका बहुत बड़ा फायदा हमारे आइटी प्रोफेशनल को होने वाला है। इसके फायदे को देखते हुए यही व्यवस्था एल केटेगेरी के वीजा के लिए भी हो सकती है।
भारत दुनिया के उन देशों में है, जहां अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है
आप भारत की हर उपलब्धि से खुश होते हैं गर्व करते हैं कि दुनिया के इतने सारे देश यूएन हेडक्वार्टर पर योग के लिए जुटते हैं। आप गर्व करते हैं, जब यहां के सुपर मार्केट में मेड इन इंडिया प्रोडक्ट दिखता है। जब भारत के लोग दुनिया की बड़ी कंपनियों को नेतृत्व देते देखते हैं, और जब नाटू-नाटू की धुन पर पूरी दुनिया थिरकने लगती है तो आप गर्व करते हैं। आज भी आप गर्व से भरे हैं कि कैसे भारत का सामर्थ्य पूरे विश्व के विकास को दिशा दे रहा है। भारत दुनिया के उन देशों में से एक है, जहां अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। पूरे भारत की नजर आप पर है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कैसे हो रहा है। ये किसने किया है। साथियों ये मैंने नहीं किया, मोदी ने नहीं किया।
नए भारत में आत्मविश्वास फिर से लौट आया है
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हो रही इस प्रगति का सबसे बड़ा कारण है भारत का आत्मविश्वास। 140 करोड़ भारतवासियों का आत्म विश्वास है। सैकड़ों वर्षों की गुलामी ने ये आत्म विश्वास हमसे छीन लिया था। आज जो नया भारत हमारे सामने है, उसमें वो आत्मविश्वास लौट आया है। ये वो भारत है, जिसे अपना रास्ता पता है, दिशा पता है। ये वो भारत है, जिसे अपने निर्णयों और संकल्पों पर कोई कन्फ्यूजन नहीं है। ये वो भारत है, जो अपने पोटैंशियल को परफॉर्मेंस में बदल रहा है। साथियों आज नए भारत की नई ग्रोथ स्टोरी टियर 1, टियर2 शहरों में लिखी जा रही है। छोटे-छोटे शहरों में। कई साथी ऐसे शहरों से यहां आए होंगे तो वहां का बदलता स्वरूप पता चलता होगा। आप अपने परिजनों को फोन करते होंगे तो वह आपको बताते होंगे। एक्सप्रेस वे, एयरपोर्ट, रेलवे पर भारत जितना इन्वेस्ट कर रहा, उतना पहले कभी नहीं हुआ।
भारत के गांव तक पहुंची डिजिटल क्रांति, 24 घंटे बैंकिंग सेवा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में डिजिटल क्रांति जो हो रही है, वह अभूतपूर्व है। हो सकता है आप अब अपने किसी गांव में जाएं तो वहां डिजिटल कोड बार मिले। बदला हुआ भारत आपको हैरान कर देगा। आज भारत में कोई व्यक्ति कभी भी, कहीं से भी 24 घंटे बैंकिंग कर सकता है। संडे हो या मंडे। इससे फर्क नहीं पड़ता। मैं कई उदाहरण दे सकता हूं, समय कम पड़ जाएगा, लेकिन भारत की उपलब्धियां कम नहीं होंगी।
भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी और अमेरिका लोकतंत्र का चैंपियन
भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है और अमेरिका आधुनिक लोकतंत्र की चैंपियन है। दुनिया इन दोनों महान लोकतांत्रिक साझेदारी और और चैंपियन होते देखना चाह रही है। अभी हमारी साझेदारी का असली पोटेंशियल सामने आना बाकी है। इसे आगे बढ़ाने में आप सबकी भूमिका है। आपने नाम कमाया और अमेरिका के विकास में योगदान दिया है। जब भारत ने अमृतकाल में विकसित भारत का संकल्प लिया है तो आपसे उम्मीद अधिक बढ़ जाती है। आप भारत में स्टार्टअप के साथ आगे बढ़ाएंगे। युवाओं को प्रेरित करें। भारत के विकास में आपका अनुभव बहुत काम आयेगा। भारत में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू की गई है। आप अपने और दूसरे एजुकेशनल संस्थान के साथ इसे जोड़ेंगे तो बहुत फायदा होगा।
भारत में गूगल का रिसर्च सेंटर 100 भाषाओं पर करेगा काम
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में गूगल्स का एआइ रिसर्च सेंटर 100 से ज्यादा भारतीय भाषाओं पर काम करेगा। इसे भारत में ऐसे बच्चों को पढ़ने, काम करने में आसानी होगी, जिनकी मातृभाषा अंग्रेजी नहीं है। भारत सरकार की मदद से ह्यूस्टन में तमिल स्टडी की स्थापना की जाएगी। इससे दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा को आगे बढ़ान में मदद मिलेगी। जबकि भाषा की चर्चा निकले तो सीना तानकर दुनिया को कहना कि दुनिया की मानव जाति की सबसे पुरानी भाषा तमिल भाषा है और वो हमारी भाषा है। ये गर्व से कहना चाहिए। दुनिया की सबसे पहली पुरानी भाषा कहने का गर्व हमारे पास है।
अमेरिका भारत की 100 से ज्यादा चोरी हुई विशेष वस्तुएं लौटा रहा
अमेरिका ने भारत की 100 से ज्यादा पुरानी चीजें जो हमारे यहां से चोरी हुई थीं, उसे लौटाने का फैसला लिया है। ये पुरातन वस्तुएं वर्षों पहले कुछ सही रास्तों से कुछ गलत रास्तों से अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच गई थी। इसे लौटाने के लिए मैं अमेरिकी सरकार का विशेष आभार व्यक्त करता हूं। किसी दूसरे देश की भावनाओं का सम्मान, उसके लोगों की भावनाओं का सम्मान दोनों ही देशों के रिश्तों को मजबूती देते हैं। पहले भी मैं आया तो 100 से ज्यादा वस्तुएं लौटाई गई थीं। आजकल मैं जहां भी जाता हूं दुनियां में उनको लगता है कि यह सही व्यक्ति है, इसको सौंपो।
भारत-अमेरिका की साझेदारी 21वीं सदी की दुनिया को बेहतर बनाने के लिए है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अमेरिका के बीच का रिश्ता सिर्फ व्यापारिक ही नहीं, बल्कि भावनात्म रूप से भी मजबूत हो रहा है। यह पार्टनरशिप 21वीं सदी की दुनिया को फिर से बेहतर बनाने के लिए है। इसमें आपकी भूमिकी बड़ी है। आपका भरोसा विश्वास मेरे दिल में आज भी है और कल भी रहने वाला है। आपसे मिलना भोजन के बाद आखिर में स्वीट डिश जैसा। आप सभी स्वस्थ रहें और समृद्ध रहें।