PM Modi US Visit: अमेरिका में आज पीएम मोदी का मेगा इवेंट, लॉन्ग आइलैंड में भारतीय प्रवासियों को करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा कई मायनों में खास है। न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ वेटरन्स मेमोरियल कोलिजीयम में आज पीएम मोदी भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं।
PM Narendra Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन लॉन्ग आइलैंड स्थित नासाउ वेटरन्स मेमोरियल कोलिजीयम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करेंगे। न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में होने वाले पीएम मोदी के इस मेगा इवेंट को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं। इस कार्यक्रम में करीब 14,000 लोगों के आने की उम्मीद है। पीएम के कार्यक्रम का नाम 'मोदी एंड यूएस: प्रोग्रेस टुगेदर' दिया गया है। आयोजकों का कहना है कि यह कार्यक्रम भारत और अमेरिका के करीबी संबंधों, अमेरिकी-भारतीय समुदाय के गर्मजोशी भरे रिश्ते को बताएगा। प्रवासी भारतीयों में इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह है।
पीएम मोदी का कार्यक्रम
भारतीय प्रवासियों को संबोधित करने के बाद 23 सितंबर को पीएम संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ भी बैठक करेंगे।
मिले बाइडेन और पीएम मोदी
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। दोनों नेताओं की मुलाकात को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि क्वाड शिखर सम्मेलन के इतर मिले दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, 'नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।'
बाइडेन ने किया पीएम मोदी का स्वागत
डेलावेयर के विलमिंगटन में स्थित बाइडेन ने अपने आवास पर मोदी का स्वागत किया और दोनों नेता एक दूसरे से गले मिले। इसके बाद बाइडेन मोदी का हाथ पकड़कर उन्हें अपने घर के अंदर लेकर गए जहां द्विपक्षीय वार्ता हुई। बाइडेन ने ‘एक्स’ पर कहा, “भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और अधिक गतिशील है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ जब भी हम बैठते हैं, मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से बहुत प्रसन्न होता हूं। आज भी कुछ अलग नहीं था।”
क्वाड को कैसे देखता है चीन?
पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद हैं। अमेरिकी दल में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए राष्ट्रपति के सहायक टी एच जेक सुलिवन और भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी शामिल हैं। अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर यहां आए मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें भी की हैं। चार सदस्यीय क्वाड एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की वकालत करता है। चीन इसे विरोधी समूह के रूप में देखता है।
भारतीय प्रवासियों ने किया पीएम मोदी का स्वागत
इससे पहले अमेरिका पहुंचने पर भारतीय प्रवासियों के एक बड़े समूह ने फिलाडेल्फिया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पीएम मोदी का स्वागत किया। मोदी ने पारंपरिक परिधान पहने लोगों के समूह का अभिवादन किया, जिनमें से कई लोगों ने भारतीय तिरंगा थाम रखा था। वह सुरक्षा घेरे में चले, उनमें से कुछ को ‘ऑटोग्राफ’ दिए और कुछ अन्य से हाथ मिलाया। प्रधानमंत्री ने कहा, “भारतीय समुदाय ने अमेरिका में अपनी अलग पहचान बनाई है और विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डाला है। उनके साथ बातचीत करना हमेशा खुशी की बात होती है।”
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