UNGA Meet: पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में एक बार फिर से कश्मीर मुद्दे पर अपना रोना रोया, लेकिन इस बार भी उसे निराशा ही हाथ लगी। भरी सभा में भारत ने पाकिस्तान को ऐसा धोया कि उसकी बोलती बंद हो गई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसके बाद भारत को सिर्फ सुनते रहे। हैरानी की बात है कि इस दौरान पाकिस्तान बाढ़ और कर्ज में डूबकर पूरी तरह कंगाल हो गया है। वह कटोरा लेकर दूसरे देशों के सामने भीख मांगने को मजबूर है। पाकिस्तानियों को खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं। हजारों पाकिस्तानियों को भूखे पेट सोना पड़ रहा है। इसके बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ कश्मीर पर रोना रो रहे हैं और बातचीत से मसले का हल निकालने की बात कर रहे हैं।
मगर भारत ने भी पाकिस्तान को उसके घड़ियाली आंसुओं पर ऐसा धोया कि जिसकी उसने कल्पना भी नहीं की रही होगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रथम सचिव व राजनयिक मिजिटो विनिटो ने कहा कि सीमा पार आतंक फैलाने वाले और बलूचिस्तान में लोगों के साथ जुल्म ढाने वाले, अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने वाले पाकिस्तान को यूएन महासभा में इस तरह सफेद झूठ बोलना शोभा नहीं देता। पाकिस्तान हमेशा से आतंकियों को आश्रय देता है, अपने यहां अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय करता है। हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के परिवार से लड़कियों का जबरन अपहरण करवा कर उनका धर्मांतरण करवाता है। मगर यहां यूएएन में वह अपना दोहरा चरित्र दिखाता है। पाकिस्तान के कुकर्मों पर सबका ध्यान आकृष्ट कराते हुए भारत ने कहा कि पूरी दुनिया को पाक में होने वाले इस अन्याय की ओर देखना चाहिए। यह मानवाधिकारों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का खुलेआम कुचला जाना है।
सीमा पर आतंकवाद रोके पाक
भारत ने कहा कि पाकिस्तान को इस मंच पर भारत के खिलाफ झूठे आरोप लगाने पर शर्म नहीं आती। उसे बातचीत और शांति की बात तो तब करना चाहिए, जब वह पहले सीमा पार से आतंकवाद पर रोक लगाए। मगर वह ऐसा नहीं कर पा रहा। क्योंकि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है। इधर वह शांति की बात करके दोहरा चरित्र पेश करता है।
अपने देश में हो रहे कुकर्मों को छुपा रहे पाकिस्तान के पीएम
भारत ने पाकिस्तान को यूएन महासभा में कहा कि उसके यहां कुकर्मों की लंबी-चौड़ी श्रृंखला है, लेकिन प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ असलियत को छुपा रहे हैं। वह भारत पर झूठे आरोप लगाने के लिए इस सम्मानित मंच का भी दुरुपयोग कर रहे हैं। मुंबई के आतंकवादियों को अपने यहां पनाह देने वाला और कश्मीर में आतंक की पौध लगाने वाला पाकिस्तान किस शांति की बात करता है। अगर वह अपने पड़ोसी भारत से शांति चाहता तो ऐसा आतंकियों को न तो आश्रय देता और न ही अल्पसंख्यकों के साथ कुकर्म और अत्याचार करता।
पाकिस्तानी पीएम ने क्या कहा था
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत को बातचीत से इस मसले का हल निकालना चाहिए। युद्ध से किसी को कुछ हासिल नहीं होता। पाकिस्तान भारत का पड़ोसी है और हमेशा रहेगा। इसलिए पाकिस्तान के साथ उसे कश्मीर मसले पर शांति वार्ता करनी चाहिए।
Latest World News