भारत और भारतीय सिर्फ अपने देश के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए भरोसा बन गए हैं। इसे इस बात से भी समझा जा सकता है कि एक तरफ जहां पड़ोसी पाकिस्तान कंगाल है और उसके सारे बैंक कर्ज में डूब रहे हैं, जो उससे संभल नहीं रहे। वहीं दूसरी तरफ भारतीय मूल के एक सज्जन विश्व बैंक की कमान संभालने जा रहे हैं। यह सभी देश वासियों के लिए किसी गर्व से कम नहीं है।
आपको बता दें कि भारतीय-अमेरिकी कारोबारी दिग्गज अजय बंगा असाधारण उम्मीदवार हैं और वह बेहद नाजुक दौर में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अमेरिका ने बंगा के बारे में यह राय देते हुए कहा कि विश्व बैंक औपचारिक रूप से अपने अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति की घोषणा करने की योजना बना रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने फरवरी में कहा था कि उनका देश बंगा को विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए नामित करेगा।
अमेरिका के अनुसार बंगा विश्व बैंक चलाने के लिए सबसे काबिल व्यक्ति
विश्व बैंक ने 31 मार्च को अपने अगले अध्यक्ष पद के लिए नामांकन बंद कर दिया था। वैश्विक वित्तीय संस्थान ने कहा कि बंगा इस पद के लिए एकमात्र आवेदक हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, ''वह (बंगा) ऐसे नाजुक दौर में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और वह एक असाधारण उम्मीदवार हैं।'' पटेल ने कहा, ''उनके नेतृत्व कौशल, प्रबंधन के अनुभव और वित्तीय क्षेत्र में उनके अनुभव से अत्यधिक गरीबी को दूर करने और खुशहाली लाने के विश्व बैंक के उद्देश्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी।'' बंगा मास्टरकार्ड के प्रमुख रह चुके हैं और इस समय जनरल अटलांटिक में वाइस चेयरमैन के रूप में कार्यरत हैं। विश्व बैंक के नए प्रमुख को मई की शुरुआत तक चुने जाने की उम्मीद है।
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