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Hindi News विदेश अमेरिका UN असेंबली में सिर्फ बाइडेन बड़े नेता, दूसरे टॉप लीडर्स नदारद, नाराज यूएन प्रमुख ने कही ये बात

UN असेंबली में सिर्फ बाइडेन बड़े नेता, दूसरे टॉप लीडर्स नदारद, नाराज यूएन प्रमुख ने कही ये बात

78वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के लिए रविवार को बाइडन न्यूयॉर्क पहुंच गए। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों इस उच्च स्तरीय बैठक में भाग नहीं ले रहे हैं। इस पर यूएन महासचिव नाराज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि 'असेंबली कोई मेला नहीं

 यूएन प्रमुख- India TV Hindi Image Source : FILE यूएन प्रमुख

UNGA: यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली की बैठक में स्थाई सदस्यों में से कई नेता भाग नहीं ले रहे हैं। केवल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस 78वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेंगे। इसे लेकर जब यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने नाराजगी जताई है। उन्होंने साफ कहा कि 'यहां कोई मेला नहीं चल रहा है।' विभिन्न गंभीर वैश्विक मुद्दों पर सरकारों द्वारा लिए गए फैसले, किसी नेता विशेष की उपस्थिति से ज्यादा अहम होती है और यह मायने रखती है।' इस अधिवेशन में अफगानिस्तान के मौजूदा हालात समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। 

सिर्फ बाइडेन ले रहे हिस्सा, ये नेता रहेंगे नदारद

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों अमेरिका, चीन, फ्रांस, रूस और ब्रिटेन में से सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ही यूएन असेंबली में हिस्सा ले रहे हैं। 78वीं यूएन जनरल असेंबली के लिए यूएस राष्ट्रपति जो बाइडेन रविवार को न्यूयॉर्क पहुंच गए थे। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक, फ्रेंच राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों इस हाईलेवल मीटिंग का हिस्सा नहीं बन रहे हैं। रूस की तरफ से उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, चीन की तरफ से उपराष्ट्रपति हान झंग, ब्रिटेन से उप-प्रधानमंत्री ओलिवर डाउडेन और फ्रांस से यूरोप और विदेश मामलों की मंत्री कैथरीन कोलोना संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

यूएन जरनल सेक्रेटरी ने दी ये प्रतिक्रिया

जब अधिकतर शीर्ष नेताओं की गैरमौजूदगी को लेकर यूएनप जनरल सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरेस से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि 'यहां कोई मेला नहीं चल रहा है। यह एक राजनीतिक निकाय है, जिसमें सरकारों का प्रतिनिधित्व किया जाता है। यह मायने नहीं रखता कि किसी देश का प्रतिनिधित्व किसके द्वारा किया जा रहा है।' इस संबंध में गुटेरेस ने कहा कि मुझे चिंता इस बात की है कि जो देश यहां हैं, वह सतत विकास लक्ष्य की प्रतिबद्धताओं को मानने के लिए तैयार हों। गुटेरेस ने कहा कि दुर्भाग्य से चीजें सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही हैं और ये एक हकीकत है। हमें कई अहम चीजों पर प्रतिबद्धता की जरूरत है।

पुराने ढर्रे की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली को सुधारने की जरूरत

गुटेरेस ने आगे कहा कि 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ये जानना चाहिए कि हमारे पास एक निष्क्रिय और पुराने ढर्रे की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली है। इसे सुधारने की जरूरत है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र की शुरुआत 18 सितंबर से न्यूयॉर्क में हो गई। एक सप्ताह तक चलने वाला यह सत्र 26 सितंबर को खत्म होगा। 

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