न्यूयॉर्क: अमेरिकी संघीय अधिकारियों ने भारतीय मूल के सात लोगों पर भेदिया कारोबार करके 10 लाख डॉलर से अधिक का अवैध मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है। ‘सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन’ (एसईसी) ने सोमवार को बताया कि हरि प्रसाद सुरे (34), लोकेश लागुडु (31) और छोटू प्रभु तेज पुलागम (29) दोस्त हैं और वे सैन फ्रांसिस्को स्थित क्लाउड कंप्यूटिंग संचार कंपनी ट्विलियो में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करते थे। शिकायत में कहा गया है कि सुरे ने अपने नजदीकी दोस्त दिलीप कुमार रेड्डी कामुजुला (35) को कंपनी के शेयर संबंधी जानकारी दी, जिसने ट्विलियो के शेयर में निवेश करके मुनाफा कमाया।
कंपनी के शेयर संबंधी अंदरूनी जानकारी साझा करने का आरोप
इसी तरह लागुडु ने साथ रह रही अपनी मित्र साई नेक्कालापुडी (30) को शेयर बाजार संबंधी जानकारी दी। लागुडु ने अपने निकट मित्र अभिषेक धर्मपुरिकर (33) को भी कंपनी के शेयर संबंधी अंदरूनी जानकारी दी। पुलागम ने अपने भाई चेतन प्रभु पुलागम (31) को कंपनी के शेयर में निवेश करने की सलाह दी। सभी सातों आरोपी कैलिफोर्निया के रहने वाले हैं। एसईसी ने छह मई, 2020 को ट्विलियो की 2020 की पहली तिमाही की आय की घोषणा से पहले भेदिया कारोबार के जरिए सामूहिक रूप से 10 लाख डॉलर से अधिक का लाभ कमाने को लेकर इन सात व्यक्तियों के खिलाफ आरोपों की घोषणा की।
एसईसी की शिकायत के अनुसार, सुरे, लागुडु और छोटू पुलागम ने ट्विलियो के राजस्व संबंधी विभिन्न डेटाबेस तक पहुंच हासिल की और मार्च, 2020 में उन्हें डेटाबेस से पता चला कि उपभोक्ताओं ने कोविड-19 के मद्देनजर उठाए गए स्वास्थ्य संबंधी कदमों के कारण कंपनी के उत्पादों एवं सेवाओं का उपयोग बढ़ा दिया है। उन्होंने एक सामूहिक बातचीत में यह निष्कर्ष निकाला कि ट्विलियो के शेयर की कीमत निश्चित ही बढ़ेगी। एसईसी ने आरोप लगाया कि भेदिया कारोबार को प्रतिबंधित करने वाली कंपनी की नीति के बावजूद सुरे, लागुडु और छोटू पुलागम ने उसके शेयर संबंधी जानकारी साझा की। इनपुट-भाषा
Latest World News