NASA : ओम् शब्द का उच्चारण ब्रह्मांड की व्यापकता का बोध कराता है। लेकिन जिन चीजों को अब तक मानते रहे हैं उसे जानने की कोशिश भी शुरू हो गई है। इसी क्रम में नासा (NASA) ने ब्लैक होल (Black hole ) की आवाज जारी की है। दरअसल, अंतरिक्ष के खाली होने के कारण वहां कोई आवाज सुनाई नहीं देती है। खाली अंतरिक्ष में ध्वनि की तरंगे आगे नहीं बढ़ पाता हैं। हालांकि कई जगहों पर अंतरिक्ष में गैसे हैं जिनके कारण ध्वनि तरंगें एक जगह से दूसरे जगह जा सकती हैं।
अंतरिक्ष में ध्वनि नहीं होने की धारणा गलत
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में पर्सियस आकाशगंगा समूह के केंद्र में एक विशाल ब्लैक होल की धवनि को खोजा है और इसकी आवाज को जारी किया है। 250 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर इस क्लस्टर में गैस और प्लाज्मा के जरिए बढ़नेवाली वास्तविक धवनि तरंगों को खोजा गया है। नासा ने अपने ट्वीट में लिखा, यह धारणा गलत है कि अंतरिक्ष में कोई ध्वनि नहीं है, क्योंकि आकाशगंगा खाली है, जिससे धवनि तरंगों को यात्रा करने का कोई रास्ता नहीं मिलता है। एक ग्लैक्सी क्लस्टर में इतनी गैस है कि हमने वास्तविक ध्वनि को पकड़ लिया है। यहां एक ब्लैहोल की एम्पलीफाइड और अन्य डेटा के साथ मिक्स करके बनाई गई धवनि है। यह आवाज की कंपन है। इसमें कुछ लोगों को ओम की ध्वनि सुनाई दे रही है।
लोगों के रिएक्शन सामने आए
नासा की ओर से इस आवाज को रिलीज किए जाने के बाद कई तरह के रिएक्शन आए हैं। कई लोगों ने नासा के वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा कि अंतरिक्ष में ओम की आवाज गूंजती है। एक यूजर ने लिखा कि विज्ञान हिंदू ऋषियों से पीछे हैं। विज्ञान ने आज जो खोजा है वह बहुत पहले ऋषियों ने खोज लिया था। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि ओम एक शाश्वत धवनि है और वह ब्रह्मांड में हर जगह मौजूद है।
अब सुन सकते हैं ब्लैक होल की आवाज
वर्ष 2003 में ब्लैक होल को पहली बार ध्वनि से जोड़ा गया था और अध्ययन के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। तब वैज्ञानिकों ने पाया था कि ब्लैक होल से पैदा होने वाला दबाव क्लस्टर की गर्म गैस में एक तरंग पैदा करता है। इससे जो ध्वनि पैदा होती है उसकी आवाज बहुत कम होती है। यह ध्वनि इंसानों को सुनाई नहीं देती। खगोलीय डेटा का सोनिफिकेशन करके वैज्ञानिकों ने इसे बदल दिया। अब ब्लैक होल की आवाज को सुना जा सकता है।
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