James Webb Telescope: अंतरिक्ष में कैसी दिखती है सितारे की मौत? जेम्स वेब ने पहली बार दिखाया नजारा, नासा की टाइम मशीन ने जीता दिल
साउदर्न रिंग प्लैनेटरी नेबुला पृथ्वी से 2500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, जो अभी तक एंस्ट्रोनॉमर्स से छिपा हुआ था। लेकिन अब जेम्स वेब टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने नेबुला के केंद्र में मरते हुए सितारे को करीब से देखा है।
Highlights
- नासा के टेलीस्कोप ने कैद की खास तस्वीर
- जेम्स ने दिखाया सितारे की मौत का नजारा
- पृथ्वी से 2500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है सितारा
James Webb Space Telescope: यूनिवर्स अनंत है, जिसके चलते इसके अंत के बारे में बता पाना न केवल फिजिक्स बल्कि कल्पनाओं में भी मुश्किल है। वैसे तो अतीत में भी पृथ्वी पर रहने वाले लोगों ने अंतरिक्ष से धरती का नजारा देखा है। इसके अलावा अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के हबल टेलीस्कोप से ली गई गैलेक्सी और ब्लैक होल सहित कई अद्भुत चीजों की तस्वीरें देखी हैं। लेकिन इस वक्त नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप काफी ज्यादा चर्चा में बना हुआ है। इसने अंतरिक्ष से बेहद खूबसूरत तस्वीरें धरती पर भेजना शुरू कर दिया है। जेम्स वेब तस्वीरों को अपने इन्फ्रारेड कैमरे का इस्तेमाल करके कैप्चर करता है।
अब नासा के इस टेलीस्कोप ने एक और हैरान कर देने वाला वीडियो शेयर किया है। जिसमें सितारे के अंतिम क्षण कैद हो गए हैं। नासा ने इसी की तस्वीरें शेयर की हैं। तस्वीरें शेयर करते हुए नासा ने कैप्शन में लिखा है, 'वेब ने हमें एक रिंग दी है।' रिपोर्ट्स के अनुसार, जेम्स वेब के वीडियो में साउदर्न रिंग प्लैनेटरी नेबुला रिकॉर्ड हो गया है। नासा ने इस बारे में अपने ब्लॉग में जानकारी दी है। उसने बताया है कि यह पैलेनेटरी नेबुला गैस और धूल की गेंद हैं, जो मरते हुए सितारों से निकलते हैं।
पृथ्वी से 2500 प्रकाश वर्ष दूर है नेबुला
साउदर्न रिंग प्लैनेटरी नेबुला पृथ्वी से 2500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है, जो अभी तक एंस्ट्रोनॉमर्स से छिपा हुआ था। लेकिन अब जेम्स वेब टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने नेबुला के केंद्र में मरते हुए सितारे को करीब से देखा है। इससे पहले नासा ने जेम्स वेब से ली गई खूबसूरत स्पाइरल गैलेक्सी Messier 74 (या NGC 628) की तस्वीर शेयर की थी। ये गैलेक्सी हमसे 32 मिलियन प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। जहां 100 बिलियन सितारे हैं। साथ ही गैलेक्सी के पास दो बड़े हाथ जैसे आकार (शेप) नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि दुनियाभर के एस्ट्रोनॉमर्स की निगाहें इन तस्वीरों पर टिक गईं। जो लोग अंतरिक्ष की दुनिया में दिलचस्पी रखते हैं, उनके लिए ये तस्वीरें बेहद खास हैं।
जेडब्ल्यूएसटी को क्या चीज शानदार बनाती है
अंतरिक्ष आधारित टेलीस्कोप हमें प्रकाश की कुछ निश्चित श्रेणियों को देखने का मौका देती हैं, जो पृथ्वी के घने वातावरण से गुजरने में असमर्थ हैं। हबल स्पेस टेलीस्कोप को पराबैंगनी (यूवी) और विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम के दृश्य, दोनों का उपयोग करने के लिए डिजाइन किया गया था।
जेडब्ल्यूएसटी को ‘इन्फ्रारेड लाइट’ की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक प्रमुख कारण है कि हबल की तुलना में जेडब्ल्यूएसटी समय को और पीछे देख सकता है।
गामा किरणों से लेकर रेडियो तरंगों सहित विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम पर गैलेक्सी तरंगदैर्ध्य की एक श्रृंखला का उत्सर्जन करती हैं। ये सभी हमें गैलेक्सी में होने वाली विभिन्न भौतिकी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती हैं।
जब गैलेक्सी हमारे पास होती हैं तो हम इन तरंगदैर्ध्य की एक विस्तृत श्रृंखला की जांच कर सकते हैं कि उनके अंदर क्या हो रहा है।
लेकिन जब गैलेक्सी बहुत दूर होती हैं, तो हमारे पास वह सुविधा नहीं रह जाती है। सबसे दूर की गैलेक्सी से प्रकाश, जैसा कि हम अभी देखते हैं, ब्रह्मांड के विस्तार के कारण लाल तरंगदैर्ध्य तक फैला होता है।
इसका मतलब है कि कुछ प्रकाश जो पहली बार उत्सर्जित होने पर हमारी आंखों को दिखाई दे रहा था, ब्रह्मांड के विस्तार के रूप में उसकी ऊर्जा खो गई है। यह अब विद्युत चुंबकीय स्पेक्ट्रम के एक पूरी तरह से अलग क्षेत्र में है। यह एक घटना है जिसे 'ब्रह्मांड संबंधी रेडशिफ्ट' कहा जाता है।
यहीं पर जेडब्ल्यूएसटी की विशेषताएं वास्तव में चमकती हैं। जेडब्ल्यूएसटी द्वारा पता लगाए जाने योग्य अवरक्त तरंगदैर्ध्य की विस्तृत श्रृंखला इसे गैलेक्सी को देखने देती है जो हबल कभी नहीं कर सकता था। जेडब्ल्यूएसटी के विशाल दर्पण और शानदार ‘पिक्सेल रिजॉल्यूशन’ के साथ आपके पास ज्ञात ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली टाइम मशीन है।