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UN में इजराइल हमास जंग के बीच संघर्ष विराम का प्रस्ताव, जानिए भारत ने वोटिंग में क्या किया?

UN में इजराइल हमास जंग के बीच संघर्ष विराम का प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव पर मतदान किया गया। जानिए इस पर भारत का क्या रुख रहा? भारत ने किस बात पर चिंता जताई है। पढ़िए पूरी खबर।

UN में इजराइल हमास जंग के बीय संघर्ष विराम का प्रस्ताव- India TV Hindi Image Source : PTI UN में इजराइल हमास जंग के बीय संघर्ष विराम का प्रस्ताव

UN on Israel Hamas War: इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। इजराइल गाजा पर लगातार एयर स्ट्राइक कर रहा है। साथ ही इजराइली नौसेना ने भी दक्षिण गाजा की ओर मोर्चा खोल दिया है। वहीं अब इजराइली सेना उत्तरी गाजा के साथ मध्य गाजा पर भी अटैक कर रही है। गाजा सीमा के एक किलोमीटर अंदर इजराइली टैंकों ने घुसकर तबाही मचाई है। इसी बीच इजराइल हमास जंग के संघर्ष विराम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मसौदा प्रस्ताव लाया गया। इस पर मतदान हुआ। जानिए भारत का क्या रुख रहा?

भारत ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में जॉर्डन द्वारा प्रस्तुत एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान से दूरी बना ली। इस प्रस्ताव का मकसद गाजा में "तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम" का आह्वान करना तो था लेकिन इसमें आतंकी कृत्य को अंजाम देने वाले समूह हमास का कोई उल्लेख नहीं किया गया था। इसी कारण भारत ने इस मसौदा प्रस्ताव पर मतदान करने से दूरी बना ली।

भारत ने वोटिंग से बनाई दूरी

मसौदा प्रस्ताव में गाजा पट्टी में निर्बाध मानवीय पहुंच का भी आह्वान किया गया था और इसे बांग्लादेश, मालदीव, पाकिस्तान, रूस और दक्षिण अफ्रीका सहित 40 से अधिक देशों द्वारा समर्थन दिया गया था। भारत के अलावा, वोटिंग से दूरी बनाने वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, जापान, यूक्रेन और यूके शामिल रहे। "नागरिकों की सुरक्षा और कानूनी तथा मानवीय दायित्वों को कायम रखने" शीर्षक वाले प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट, विपक्ष में 14 वोट और अनुपस्थितों की संख्या 45 रही। भारत भी उन देशों में शामिल था, जिसने इस प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया।

भारत ने हमास के आतंकी कृत्य की जमकर की निंदा 

संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा, 'ऐसी दुनिया में जहां मतभेदों और विवादों को बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए, इस प्रतिष्ठित संस्था को हिंसा पर गहराई से चिंतित होना चाहिए। 7 अक्टूबर को इज़रायल में आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे और निंदा के लायक थे। बंधक बनाए गए लोगों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं। हम उनकी तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान करते हैं। 

 गाजा में हो रही मौतें चिंता का विषय 

भारत ने कहा, 'गाजा में जारी संघर्ष के दौरान हो रही मौतें एक गंभीर और निरंतर चिंता का विषय है। नागरिक, विशेष रूप से महिलाएं और बच्चे, अपनी जान देकर इसकी कीमत चुका रहे हैं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के तनाव कम करने के प्रयासों और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने का स्वागत करते हैं। भारत ने भी इस प्रयास में योगदान दिया हैं। 

हमास और इजराइली सेना में आमने सामने की लड़ाई

उधर, हमास के लड़ाके जनरेटर से अपने कम्यूनिकेशन को कर पा रहे हैं। बिजली और इंटरनेट सेवा गाजा में बंद हो गई है। गाजा में इजराइली सेना जमीनी हमले कर रही है। उत्तरी गाजा के साथ मध्य गाजा में भी हमले किए जा रहे हैं। 

इजराइली हमले में मारा गया हमास का एयरचीफ रकाबा

इजराइली एयर स्ट्राइक में हमास के इस मास्टरमाइंड एयरचीफ असेम रकाबा की मौत हो गई है। बताया जाता है कि वह हमास के पैराग्लाइडर्स, ड्रोन का कमांडर था। हमास के एयरचीफ की मौत का इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने एनिमेटेड वीडियो जारी किया है। इसी बीच इजराइली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने आज रात उत्तरी गाजा पट्टी में करीब 150 भूमिगत ठिकानों पर हमला किया। हमले के दौरान, आतंकवादी संगठन हमास के आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया।

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