वाशिंगटनः पाकिस्तान में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की हत्याओं को छुपाने के कथित प्रयास की खबरों के बाद एक भारतीय-अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों के वीजा पर प्रतिबंध लगाने और उनकी संपत्ति जब्त करने की मांग की है। बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर इस्लामाबाद की ओर विरोध मार्च निकाला था और इस मार्च के खिलाफ अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई में कथित तौर पर चार लोग मारे गए तथा 50 लोग घायल हो गए। मगर पीटीआई की ओर से इस दौरान सैकड़ों मौतों का दावा किया गया था।
अब भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, ‘‘पाकिस्तान सेना के प्रमुख असीम मुनीर के प्रशासन द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों की कथित हत्याओं को छुपाने के प्रयास की खबरों से मैं स्तब्ध हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका को पाकिस्तानी सैन्य प्रशासन में वरिष्ठ अधिकारियों के वीजा पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और उनकी संपत्ति जब्त करनी चाहिए।’’ सांसद मिकी शेरिल ने कहा कि वह पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शनों के जवाब में हिंसा की खबरों से बहुत चिंतित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के लोग एक जीवंत लोकतंत्र के हकदार हैं, जिसमें भाषण एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भी शामिल है।’’
पाकिस्तान में मानवाधिकारों का भी हनन
पाकिस्तान में मानवाधिकारों के भी हनन का आरोप है। लिहाजा पिछले महीने, सांसद ग्रेग कैसर के साथ 60 अन्य सांसदों ने पाकिस्तान में मानवाधिकारों और लोकतंत्र का समर्थन करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को एक पत्र लिखा था और खान सहित राजनीतिक कैदियों की रिहाई का आह्वान किया था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर द्वारा स्थापित गैर सरकारी संगठन ‘कार्टर सेंटर’ ने एक बयान में इस्लामाबाद में इस सप्ताह हुई हिंसा पर चिंता व्यक्त की। संगठन संघर्षों को सुलझाने, लोकतंत्र एवं मानवाधिकार, रोग एवं मानसिक स्वास्थ्य देखभाल जैसे विषयों पर काम करता है। (भाषा)
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