अमेरिका में एक 70 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी नागिरक को सजा हो सकती है। दरअसल पर श्रीश तिवारी नाम के शख्स पर दोष सिद्ध हो चुका है। तिवारी पर एक महिला कर्मचारी को धमकी देकर काम कराने और यौन शोषण का सिद्ध हो चुका है। अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि 70 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी नागरिक को अपनी महिला कर्मचारी से गुलामी, यौन शोषण और जबरन श्रम कराने को लेकर दोषी ठहराया गया है। बता दें कि श्रीश तिवारी एक मोटेल में बतौर मैनेजर काम करता है।
भारतीय मूल के शख्स ने किया यौन शोषण
न्याय विभाग ने कहा कि पीड़िता को काम मिलने से पहले वह बेघर थी और नशा करती थी। महिला से उसके बच्चे को रखने का भी अधिकार छीन लिया गया था। इसके बावजूद तिवारी ने महिला को रहने के लिए घर, वकील इत्यादि मुहैया कराया और काम पर भी रखा। इस दौरान वह पीड़िता के मोटेल में आने वाले अतिथियों और कर्मचारियों के बीच बातचीत पर नजर रखता था।
बाद में तिवारी ने पीड़िता को किसी से बात करने से मना किया और पीड़िता का यौन शोषण किया। इस दौरान वो लगातार पीड़िता को नौकरी से निकाल देने की धमकी भी देता था। साथ ही वह पीड़िता को धमकी देता था कि वह उसके नशा करने की आदतों की जानकारी बाल कल्याण एजेंसियों को दे देगा। जानकारी के मुताबिक कोर्ट में तिवारी ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि उसने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है और महिला को यौन कामों में शामिल होने के लिए पीड़िता को मजबूर किया है। तिवारी को 6 सितंबर को सजा सुनाई जाएगी। ऐसे में दोषी पाए गए भारतीय-अमेरिकी शख्स को अधिकतम 20 साल की सजा और ढाई लाख डॉलर तक का जुर्माना लग सकता है।
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