एक पिता का रोल अपने बच्चों के लिए क्या होता है, इस बारे में बताने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। पिता अपने बच्चों के लिए अपनी जिंदगी भी दांव पर लगा देता है। अगर अपने बच्चे की जान बचाकर भी अपनी जिंदगी देनी पड़ जाए तो पिता इससे कभी चूकता नहीं। यह काम सिर्फ पिता ही कर सकता है। एक ऐसा ही मामला अमेरिका के फ्लोरिडा में सामने आया है, जहां भारतीय मूल के पिता ने समुद्र की लहरों में डूब रहे अपने बच्चे की जिंदगी तो बचा ली। मगर वह अपने जीवन की जंग हार गया।
दरअसल अमेरिका में फ्लोरिडा के एक समुद्र तट पर अपने बच्चे को डूबने से बचाने के दौरान आंध्र प्रदेश का 42 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर पोट्टी वेंकट राजेश कुमार समुद्र में डूब गए। हालांकि उन्होंने लहरों के बीच फंसे अपने बच्चे को मौत के मुंह से किनारे तक खींच लाए और उसे बचाने में कामयाब हो गए। मगर इसी दौरान पीछे से एक दूसरी लहर आ गई और राजेश को साथ खींच ले गई। राजेश के छोटे भाई पी विजय कुमार ने बताया कि उसके बड़े भाई का रविवार को भारतीय समयानुसार सुबह करीब साढ़े चार बजे निधन हो गया। राजेश मूल रूप से राज्य के बापटला जिले के अडांकी मंडल के निवासी थे और अमेरिका में एक स्टार्टअप कंपनी में काम करते थे।
टीडीपी लीडर चंद्रबाबू नायडू ने की विदेशमंत्री चंद्रशेखर से यह मांग
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से कुमार का शव वापस लाने में मदद करने की अपील की। राजेश के भाई के मुताबिक, अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चार जुलाई को राजेश और उनका परिवार फ्लोरिडा के जैक्सनविले बीच पर गया था, तभी अपने बच्चे को बचाने के दौरान राजेश समुद्र की तेज लहर में कूद गए। उन्होंने बताया कि राजेश अपने बेटे को बचाकर तट पर लाने में सफल रहे, लेकिन तभी पीछे से समुद्र की एक तेज लहर आई जिसमें राजेश बह गए। विजय ने कहा कि राजेश को समुद्र से बाहर निकाला गया और हेलीकॉप्टर से तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी। (भाषा)
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