पैसे दिए बिना ही इस देश से तेल खरीदेगा भारत! जानिए क्या है डील, क्यों होगा ऐसा?
भारत और दुनिया के सबसे बड़े तेल भंडार वाले देश के बीच एक ऐसी डील हो रही है, जिसके तहत बिना पैसे दिए ही यह देश भारत को तेल बेचने के लिए सहमत हो गया है। जानिए क्या है यह डील?
India Venezuela: भारत और वेनेजुएला के बीच ऐसी डील हो रही है, जिसके चलते भारत को यह देश तेल की सप्लाई करने पर सहमत हो गया है। इस देश का नाम वेनेजुएला है, जिसके बाद तेल का अकूत भंडार छिपा है। वेनेजुएला लंबित लाभांश के बदले भारतीय तेल कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को तेल की आपूर्ति करने पर सहमत हो गया है। वेनेजुएला के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अभी तक ओवीएल को लिफ्टिंग की तारीखें नहीं दी हैं। इस संबंध में पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने बताया कि वे ओवीएल के लंबित बकाया के बदले में हमें कुछ तेल देने पर सहमत हुए हैं। हम उठान की तारीखों का इंतजार कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार भारत की प्रमुख तेल कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) विदेश लिमिटेड दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला से अपने लाभांश के बदले तेल खरीदने की बातचीत कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, ONGC का लगभग 600 मिलियन डॉलर का लाभांश वेनेजुएला में फंसा हुआ है। मामले से जुड़े दो लोगों ने बताया है कि ओएनजीसी अपने फंसे लाभांश के बदले वेनेजुएला से तेल खरीद की बातचीत कर रही है। ONGC और वेनेजुएला के बीच तेल खरीद को लेकर बातचीत तब संभव हो पाई है जब अक्टूबर 2023 में वेनेजुएला सरकार और विपक्षी दलों के बीच हुए समझौते के बाद अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल एवं गैस पर लगे प्रतिबंधों को खत्म कर दिया था।
2019 से वेनेजुएला पर लगा हुआ था तेल और गैस पर प्रतिबंध
साल 2019 से ही वेनेजुएला के तेल एवं गैस पर प्रतिबंध लगा हुआ था। प्रतिबंध लगने से पहले वेनेजुएला भारत का पांचवां सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था। वेनेजुएला से तेल डील भारत के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा तेल खरीददार है। भारत शुरुआत से ही कहता आ रहा है कि उसे जहां से सस्ता तेल मिलेगा, वहीं से खरीदेगा। ऐसे में अगर वेनेजुएला से लाभांश के बदले तेल मिलता है तो भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ेगा।
वेनेजुएला में फंसा 600 मिलियन डॉलर का लाभांश
दरअसल, वेनेजुएला के पेट्रोलियोस डी वेनेजुएला एसए के सैन क्रिस्टोबल परियोजना में भारत का भी निवेश है। मीडिया रिपोर्ट्स में ओएनजीसी विदेश लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने भी इस बात की पुष्टि की है कि सैन क्रिस्टबल परियोजना पर कंपनी का लगभग 600 मिलियन डॉलर का लाभांश बकाया है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों में छूट के बाद कंपनी लाभांश के बदले तेल खरीदने को लेकर बातचीत कर रही है।
वेनेजुएला के पास सबसे बड़ा तेल भंडार
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के सदस्य देशों में शामिल वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार है। कमोडिटी इनसाइट्स वेबसाइट एसएंडपी के मुताबिक, वेनेजुएला की वर्तमान उत्पादन क्षमता अभी 8-8.5 लाख बैरल प्रति दिन है, जबकि वर्तमान उत्पादन लगभग 7.5 लाख बैरल प्रति दिन है। अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाने से पहले भारत वेनेजुएला से लगभग तीन लाख बैरल प्रतिदिन तेल खरीदता था। भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2019 तक वेनेजुएला, भारत के लिए पांचवां सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता देश था।