वाशिंगटनः भारत और अमेरिका की दोस्ती अब और अधिक मजबूत होने जा रही है। इसके लिए अमेरिकी विदेश विभाग के उप विदेश मंत्री (प्रबंधन और संसाधन) रिचर्ड आर.वर्मा 17 अगस्त से 5 दिवसीय दौरे पर भारत आ रहे हैं। इस दौरान वह दोनों देशों के समृद्ध, सुरक्षित और लचीले भविष्य का समर्थन करते हुए उसे और आगे बढ़ाने को लेकर वार्ता करेंगे। अमेरिका का मकसद दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती दादागिरी को रोकने के लिए भारत के साथ अपने रणनीतिक संबंधों को सर्वाधिक मजबूत बनाना है।
अमेरिकी विदेश विभाग के बयान में कहा गया है कि शीर्ष भारतीय-अमेरिकी राजनयिक आर वर्मा 17 से 22 अगस्त के बीच भारत में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, जलवायु क्षेत्र में करने वाले अग्रणी लोगों, एयरोस्पेस क्षेत्र के शिक्षाविदों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात की जाएगी। ताकि आर्थिक विकास, स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु कार्रवाई समेत अन्य मुद्दों पर अमेरिका-भारत साझेदारी को आगे बढ़ाया जा सके। इसमें कहा गया है कि वर्मा के साथ भारत में अंतरराष्ट्रीय जलवायु नीति के लिए राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार जॉन पोडेस्टा और अमेरिकी ऊर्जा विभाग के उप सचिव डेविड तुर्क भी शामिल होंगे।
अभी नेपाल दौरे पर हैं आर वर्मा
आर वर्मा वर्तमान में नेपाल का दौरा कर रहे हैं, जहां पिछले महीने प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के नेतृत्व में एक नई सरकार बनी थी। भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में सेवा दे चुके 55 वर्षीय वर्मा विदेश विभाग में अब तक के सबसे उच्च ओहदे वाले भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बृहस्पतिवार को वर्मा को उनके वर्तमान पद के अलावा यूक्रेन के आर्थिक सुधार के लिए अमेरिका का विशेष प्रतिनिधि नामित किया। (भाषा)
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