ग्लोबल मंदी के बीच दुनिया को संभाल सकता है भारत, IMF ने जताया पीएम मोदी पर भरोसा
एशिया से लेकर यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका तक मंदी की मार है। महंगाई से जनता बेहाल हो रही है। ऐसे मुश्किल वक्त में पूरी दुनिया को भारत से बड़ी उम्मीद है। जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) पाकिस्तान की कर्ज न लौटा पाने की क्षमता को भांपकर उसे फूटी कौड़ी देने को तैयार नहीं है,वही आइएमएफ भारत को दुनिया की उम्मीद बता रहा।
IMF Trusts India's G20 Leadership Amid Global Recession: श्रीलंका के बाद बर्बादी की राह पर पहुंचे पाकिस्तान समेत आर्थिक मंदी की मार झेल रहे विश्व के तमाम देशों में निराशा का अंधकार छा गया है। ग्लोबल मंदी से उबरने का कोई रास्ता किसी को नहीं सूझ रहा है। एशिया से लेकर यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका तक मंदी की मार है। महंगाई से जनता बेहाल हो रही है। ऐसे मुश्किल वक्त में पूरी दुनिया को भारत से बड़ी उम्मीद है। जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) पाकिस्तान की कर्ज न लौटा पाने की क्षमता को भांपकर उसे फूटी कौड़ी देने को तैयार नहीं है, वही आइएमएफ भारत को दुनिया की उम्मीद बता रहा है। आइएमफ को भारत की जी-20 नेतृत्व पर पूरा भरोसा है कि वह विश्व के अन्य देशों को भी संभाल सकता है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना जॉर्जीवा ने कहा है कि दुनिया में लगातार आर्थिक सुस्ती और सामाजिक तनाव की स्थिति बने रहने के बीच अंतरराष्ट्रीय समुदाय को जी-20 समूह में भारत के नेतृत्व (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) पर बहुत भरोसा है। जॉर्जीवा ने बृहस्पतिवार को कहाकि जी20 समूह का अध्यक्ष भारत वैश्विक औसत से कहीं बेहतर प्रदर्शन करने वाले देशों में से एक बना हुआ है। भारत ने गत एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी20 समूह की अध्यक्षता संभाली थी। जॉर्जीवा ने कहाकि हम जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत के नेतृत्व पर बहुत भरोसा करते हैं। क्योंकि यह दुनिया के लिए एकीकृत वैश्विक अर्थव्यवस्था की रक्षा कर अपनी बेहतरी को बचाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण समय है।
भारत दुनिया को देगा दिशा
आइएमएफ ने उम्मीद जताई है कि भारत इस मुश्किल वक्त में दुनिया के लिए आशा की किरण साबित होगा। आइएमएफ ने कहा कि हमें एक साथ बनाकर रखते हुए उम्मीद है कि भारत व्यापक वैश्विक सेवा कर पाएगा। उन्होंने डिजिटलीकरण की दिशा में भारतीय प्रयासों की सराहना करते हुए कहाकि "भारत के लिए यह बहुत अच्छी तरह काम कर रहा है कि उसने कोविड-19 महामारी से तेज हुए डिजिटलीकरण को किस तरह अंजाम दिया है। डिजिटलीकरण सार्वजनिक नीति और निजी क्षेत्र के विकास दोनों के लिए एक मजबूत तुलनात्मक लाभ का बिंदु साबित हुआ है। डिजिटल पहचान और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के मेल से भारत को नीतिगत समर्थन डिजिटल मंचों पर स्थानांतरित करने की सुविधा मिली है। उन्होंने कहा, "इससे भारत उन लोगों को बहुत अच्छी तरह लक्षित कर पाता है जो समर्थन पाने के हकदार हैं।
भारत के असरदार टीकाकरण और डिजिटलीकरण की तारीफ
आइएमएफ ने प्राथमिकता के आधार पर और बेहद असरदार ढंग से टीकाकरण करने के लिए भी भारत की जमकर तारीफ की है। आइएमएफ के अनुसार निजी क्षेत्र के लिए भी भारत में डिजिटलीकरण का अभियान काफी मददगार साबित हुआ है। उन्होंने कहा, "यह ब्रांडेड वित्तपोषण और उद्यमों के बहुत तेजी से विस्तार के लिए एक उर्वर जमीन बन गया है। भारत तुलनात्मक ताकत बनाने के लिए इसे जी-20 तक एक क्षेत्र के रूप में ले जाने का इरादा रखता है। आइएमएफ प्रमुख ने कहा कि सार्वजनिक मंच पर डिजिटलीकरण का निर्माण करना, सार्वजनिक डिजिटलीकरण की लागत को कम करने वाला सार्वजनिक ढांचा खड़ा करना और वृद्धि एवं रोजगार के एक स्रोत के रूप में इसके इस्तेमाल के तरीके चिह्नित करना जी20 की प्राथमिकताओं में शामिल हैं।
आइएमएफ ने कहा कि श्रीलंका और पाकिस्तान बर्बाद और भारत आबाद
आइएमएफ ने कहा कि भारत ने कुछ कष्टसाध्य सुधार किए हैं जिनका अब उसे फायदा मिल रहा है। आज के दौर में भारत को घरेलू कारकों से अधिक चिंता बाकी दुनिया में हो रही घटनाओं की है। जॉर्जीवा ने कहा, "भारत निश्चित रूप से एशिया में हो रही घटनाओं से प्रभावित होता है। उसके पड़ोसी देश श्रीलंका और पाकिस्तान अस्थिर बने हुए हैं। चीन का भी इतने नाटकीय रूप से धीमा हो जाना पूरे एशिया को प्रभावित कर रहा है। इसके बावजूद भारत का मजबूत होना दुनिया के लिए बड़ी राहत की बात है।