अमेरिका में सोशल मीडिया पर टॉप सीक्रेट दस्तावेज लीक होने से खलबली मची हुई है। ये दस्तावेज सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने कहा है कि इन दस्तावेजों का लीक होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है क्योंकि इन दस्तावेजों में कई खुफिया जानकारियां हैं। अब इस बात की जांच शुरू हो गई है कि आखिर इतने संवेदनशील दस्तावेज कैसे लीक हो गए और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं।
न्याय विभाग मामले की जांच में जुटा
जानकारी के मुताबिक इन दस्तावेजों में से कई यूक्रेन युद्ध से संबंधित हैं। रूस के हमले का सामना कर रहे यूक्रेन को वाशिंगटन और नाटो (उत्तर एटलांटिक संधि संगठन) की ओर से दी जा रही मदद का ब्योरा देने का दावा किया गया है। हालांकि, विभाग का कहना है कि इनमें से कई दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की गई है और आशंका है कि इनका इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध को लेकर गलत सूचना प्रसारित किए जाने के अभियान के तहत किया गया है। अमेरिका का न्याय विभाग इस मामले की जांच कर रहा है।
यूक्रेनी सेना की तैयारी की जानकारी भी लीक
इन दस्तावेजों में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और इजराइल, दक्षिण कोरिया और तुर्की सहित अन्य जानकारियां शामिल हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान हताहतों का अनुमान देनेवाले दस्तावेजों में रूसी नुकसान कम दिखाया गया है। इसके अलावा यूक्रेन-रूस युद्ध के बारे में यह बताया गया है कि यूक्रेन के कितने टैंक, बख्तरबंद गाड़ियां और तोपखाने मुहैया कराए जा रहे हैं। इन दस्तावेजों में यह भी बताया गया है कि यूक्रेनी सेना की कैसी तैयारी है और डिफेंस सिस्टम में क्या खामियां है।
सबसे पहले ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने प्रकाशित की थी खबर
इस साल 23 फरवरी से एक मार्च के बीच के इन दस्तावेजों में अमेरिका और नाटो द्वारा यूक्रेन को दिए जाने वाले हथियारों और अन्य सैन्य साजोसामान की मात्रा और समयसीमा के बारे में अधिक सटीक जानकारी देने का दावा किया गया है। । इन दस्तावेजों को सोशल मीडिया पर लीक किए जाने की खबर सबसे पहले ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने प्रकाशित की थी। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने कहा, “हम उक्त सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ी खबरों से वाकिफ हैं। विभाग मामले की जांच कर रहा है।”
इनपुट-एजेंसी, सीएनएन
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