अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2020 में फॉल्स न्यूज छापना फॉक्स न्यूज को भारी पड़ गया है। मुकदमे के महाजाल से बचने के लिए अब इस न्यूज चैनल को भारी आर्थिक दंड की कीमत चुकानी पड़ रही है। आपको बता दें कि गलत खबर चलाने के मामले में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए फॉक्स न्यूज मंगलवार को वोटिंग मशीन कंपनी ‘डोमिनियन वोटिंग सिस्टम्स’ को लगभग 80 करोड़ डॉलर का भुगतान करने पर सहमत हो गया है।
मामला वर्ष 2020 का है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बारे में झूठ को बढ़ावा देने के आरोप में फॉक्स के खिलाफ मुकदमा किया गया था। इस चौंकाने वाले समझौता से वह मामला अचानक बंद हो गया, जिसके चलते फॉक्स न्यूज को कई महीनों तक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। ऐसी संभावना थी कि नेटवर्क के संस्थापक रूपर्ट मर्डोक तथा टकर कार्लसन और सीन हैनिटी जैसे सितारों को सार्वजनिक रूप से गवाही देनी होगी।
फॉक्स न्यूज ने किया समझौता
न्यायाधीश एरिक डेविस द्वारा समझौते की घोषणा के बाद डेलावेयर अदालत के बाहर डोमिनियन के वकील जस्टिन नेल्सन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सच्चाई मायने रखती है। झूठ के परिणाम होते हैं।’’ वहीं, फॉक्स न्यूज ने एक बयान में कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि मुकदमे की कटुता के बजाय डोमिनियन के साथ इस विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने का हमारा निर्णय देश को इन मुद्दों से आगे बढ़ने में मददगार साबित होगा।’’ डोमिनियन ने फॉक्स पर यह तर्क देते हुए 1.6 अरब डॉलर का मुकदमा किया था कि समाचार चैनल ने दुष्प्रचार के जरिये कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुचाया था। समाचार चैनल ने दावा किया था कि डोमिनियन के उपकरणों ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वोट को डेमोक्रेट नेता जो बाइडेन को स्थानांतरित किया।
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