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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को गोली लगने के बाद अब कैसी है हालत, जानें क्या आगे प्रचार को रखेंगे जारी?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और 2024 में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रंप की हालत गोली लगने के बाद स्थिर है। गोली उनके कान को छूती हुई निकली थी, लेकिन कान पर ज्यादा जख्म नहीं पहुंचा। कान के बाहरी हिस्से में चोट लगी। उनका प्रचार आगे कड़ी सुरक्षा में जारी रहेगा।

गोली लगने से घायल डोनॉल्ड ट्रंप, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति। - India TV Hindi Image Source : PTI गोली लगने से घायल डोनॉल्ड ट्रंप, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति।

बटलरः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालत गोली लगने के बाद स्थिर है। गोली उनके कान को छूती हुई निकली थी, जिससे ट्रंप के कान में जख्म पहुंचा। उनके कान से खून निकलता भी देखा गया था। मगर अब उनकी तबीयत स्थिर बताई जा रही है। ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले के तुरंत बाद रविवार को देशवासियों से एकजुटता और दृढ़ता का आह्वान किया।राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप ने कहा कि गोली लगने से उनके दाएं कान के ऊपरी हिस्से में चोट लगी है। ट्रंप के सहयोगियों ने कहा कि वह अच्छे हैं और उनकी हालत ठीक है।

ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट पर लिखा, ‘‘मुझे तुरंत लगा कि कुछ गड़बड़ है, क्योंकि मैंने एक तेज आवाज सुनी, गोलियां चलीं और तभी मुझे महसूस हुआ कि गोली मेरी त्वचा को चीरती हुई निकल गई। बहुत खून निकला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भगवान ने ही वह सब होने से रोक लिया जिसके बारे में सोचा भी नहीं था।’’ ट्रंप की पोस्ट के अनुसार, ‘‘ऐसे समय में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि हम एकजुट रहें और अमेरिकियों के तौर पर अपना मूल चरित्र बनाए रखें। हम मजबूत और दृढ़संकल्पित बने रहें और बुराई को न जीतने दें।’’

ट्रंप के बजाय जिस व्यक्ति को लगी गोली, उसकी हो गई मौत

ट्रंप पर किया गया हमला कितना जानलेवा था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जो गोली पूर्व राष्ट्रपति को मारी गई थी, वह जिस व्यक्तिको लगी उसकी मौत हो गई। ट्रंप किस्मत वाले रहे कि उनका जीवन बच गया। एफबीआई ने रविवार को हमलावर की पहचान पेनसिल्वेनिया के बेथेल पार्क निवासी 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में की। उसके पास एक राइफल थी। ‘सीक्रेट सर्विस’ के कर्मियों ने उसे मार गिराया। गोलीबारी की इस घटना में ट्रंप की रैली में मौजूद एक व्यक्ति की मौत होने के साथ दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हमला 1981 में तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को गोली मारे जाने के बाद से अमेरिका के किसी राष्ट्रपति या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हत्या की सबसे संगीन कोशिश थी।

प्रचार रहेगा जारी

ध्रुवीकरण से अत्यंत प्रभावित अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से महज चार महीने पहले इस हमले ने सभी का ध्यान राजनीतिक हिंसा की ओर खींचा है। इसके बाद मिलवाउकी में सोमवार को शुरू होने वाले रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में सुरक्षा परिदृश्य बदला नजर आ सकता है। हालांकि आयोजकों ने कहा कि सम्मेलन योजनाबद्ध तरीके से ही आयोजित किया जाएगा। यानि ट्रंप का प्रचार जारी रहेगा। व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव में किस्मत आजमा रहे राष्ट्रपति जो बाइडेन को हमले के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने गोलीबारी के कई घंटे बाद ट्रंप से फोन पर बातचीत की। बाइडेन ने कहा, ‘‘अमेरिका में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।’’ उन्होंने डेलवेयर के रिहाबोथ बीच पर स्थित अपने बीच होम में सप्ताहांत की छुट्टियां बीच में छोड़कर जल्द वाशिंगटन वापसी की योजना बनाई है। (एपी) 

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