अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हिलेरी क्लिंटन एवं अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दायर करना भारी पड़ा गया है। दरअसल, उनकी इस हरकत से नाराज होकर अमेरिका की एक अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके एक वकील पर हिलेरी क्लिंटन एवं अन्य लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दायर करने के लिए करीब 10 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया है। फ्लोरिडा की एक अदालत ने बृहस्तपतिवार को यह अपना आदेश सुनाया। अमेरिकी जिला न्यायाधीश डोनाल्ड एम मिडिलब्रुक्स ने ट्रंप की खिंचाई करते हुए उन पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए फर्जी मुकदमे दायर करने के लिए अदालतों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
'कानून का शासन कमजोर होता है'
अदालत ने कहा कि इससे "कानून का शासन कमजोर होता है" और यह न्याय को बाधित करते हैं। उन्होंने अपने आदेश में लिखा, "यहां, हम एक ऐसे मुकदमे की सुनवाई कर रहे हैं, जिसे कभी दायर नहीं किया जाना चाहिए था और यह तथ्यात्मक और कानूनी दोनों तरह से तुच्छ है और इसे अनुचित उद्देश्य के लिए दायर किया गया था।’’
होशियार मुकदमेबाज 'ट्रंप'
अदालत ने ट्रंप द्वारा दायर विभिन्न मुकदमों का जिक्र करते हुए ट्रंप को एक ‘होशियार' मुकदमेबाज बताया, जो अपने राजनीतिक विरोधियों से बदला लेने के लिए अदालतों का उपयोग करते हैं। अदालत ने कहा, "वह न्यायिक प्रक्रिया के रणनीतिक दुरुपयोग के सरगना हैं।'' इस फैसले के बाद ट्रंप और उनकी वकील अलीना हब्बा को मामले के प्रतिवादियों को करीब 9,38,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान करना पड़ेगा।
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