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Hindi News विदेश अमेरिका US Presidential Election: ट्रंप का बड़ा बयान, बोले 'दुश्मनों की तुलना में सहयोगियों ने हमारा अधिक फायदा उठाया'

US Presidential Election: ट्रंप का बड़ा बयान, बोले 'दुश्मनों की तुलना में सहयोगियों ने हमारा अधिक फायदा उठाया'

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा है कि दुश्मनों से ज्यादा हमारे सहयोगियों ने हमारा फायदा उठाया है।

Donald Trump- India TV Hindi Image Source : FILE AP Donald Trump

वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका के सहयोगियों ने उसके दुश्मनों से ज्यादा उसका फायदा उठाया है। ट्रपं ने शिकागो के ‘इकॉनमिक क्लब’ में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमारे दुश्मनों से ज्यादा हमारे सहयोगियों ने हमारा फायदा उठाया है। हमारे सहयोगी यूरोपीय संघ (ईयू) हैं। ईयू के साथ हमारा व्यापार घाटा 30 करोड़ अमेरीकी डॉलर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास ऐसे व्यापारिक समझौते हैं जो बेहद खराब हैं। मैं पूछता हूं कि ऐसा करने वाले लोग कौन हैं? वे या तो बहुत मूर्ख हैं या उन्हें पैसे मिल रहे हैं।’’

'हमारी फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी' 

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘मैंने चीन पर 27.5 प्रतिशत कर लगाया। अन्यथा, हमारे पास चीनी कारों की बाढ़ आ जाएगी। हमारी सभी फैक्ट्रियां बंद हो जाएंगी। ऑटो उद्योग में हमारे पास बिल्कुल भी नौकरियां नहीं होंगी। यह बिजली पर भी लागू होता है, जो जानलेवा है, जिसके बारे में मैंने बताया है। मैंने दक्षिण कोरिया पर कर लगाया क्योंकि वो ट्रक भेज रहे थे। मैंने काफी हद तक कर लगाया।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘क्या आप जानते हैं कि हमारी कार कंपनियां अपना लगभग सारा धन छोटे ट्रकों, एसयूवी से कमाती हैं? अगर मैं उन कर को वापस ले लूं, तो आप डूब जाएंगे। हर कार कंपनी का कारोबार बंद हो जाएगा।’’ 

भारत को लेकर क्या बोले ट्रंप?

रूस पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अपने संबंधों का बचाव किया। कर के मुद्दे पर उन्होंने दोहराया कि भारत एक कठोर देश है। ट्रंप ने कहा, ‘‘भारत एक बहुत ही कठोर देश है। यह सिर्फ चीन की बात नहीं है। मैं कहूंगा कि चीन शायद सबसे कठोर है। आप जानते हैं कि सबसे कठोर क्या है? यूरोपीय संघ, हमारे खूबसूरत यूरोपीय देश, जो अद्भुत हैं। अगर आप उन्हें जोड़ दें, तो वो लगभग हमारे आकार के हैं। वो हमारे साथ बहुत बुरा बर्ताव करते हैं। हमारे पास सिर्फ घाटा है।’’ (भाषा)

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