World News: दुनिया की सबसे घातक लड़ाकू विमानों में से एक यूएस एफ-35 की डिलीवरी अस्थायी रूप से रोकने के लिए मुहर लगा दिया गया है। इस फाइटर जेट निर्माण लॉकहीड मार्टिन कॉर्प ने किया है। इस फाइटर जेट को अमेरिका में बनाया गया था फिलहार इसकी डिलवरी चीन के कारण रोकनी पड़ी है। इस जेट के बनाने में चीन भी मदद करता है। ये अमेरिकी संघीय नियमों के विरोध होने के कारण इसके उत्पादन पर रोक लगानी पड़ी है। वहीं पेंटागन ने एक बयान में कहा कि एकीकृत पावर पैकेज एक मिश्र धातु चुंबक के साथ लगाया गया था, जिससे जेट की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है।
पैंटागन ने ये जानकारी नहीं की शेयर
रक्षा विभाग के प्रवक्ता रस गोमेरे ने बताया कि "हमने पुष्टि की है कि मैग्नेट जानकारी लीक नहीं करता है।" ये पुर्जे विमान के प्रदर्शन या गुणवत्ता या सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करते हैं। सेवा में F-35s सामान्य रूप से काम करेंगे। पेंटागन ने बताया कि लॉकहीड मार्टिन ने भविष्य में डिलीवरी के लिए मिश्र धातु के वैकल्पिक स्रोत की खोज की है। इस बारे में कंपनी ने स्वेच्छा से चीन में बने पुर्जों के इस्तेमाल करने की जानकारी दी।
अब ये सवाल है कि आखिर ये कैसे हो गया, जांच के बाद ही पता चल पाएगा। इसके बारे में पेंटागन ने यह नहीं बताया कि इस हिस्से में कितने जेट में लगाए गए थे। वही आपको बता दें कि 2022 में 153 F-35 की डिलीवरी करनी है, जिसमें से 88 की डिलीवरी पहले ही हो चुकी है।
कितने तरह के होते हैं जेट्स
अमेरिका का F-35 दुनिया के सबसे आधुनिक फाइटर्स है। अपने सैन्य बेड़ों में सैकेड़ों शामिल कर रखा है। वे तीन विन्यास में आते हैं, जिनमें से पहला F-35A है, जिसका उपयोग वायु सेना द्वारा किया जाता है। इसके टेकऑफ़ और लैंडिंग के लिए रनवे की जरुरी होती है। दूसरा F35B है, जो बिना किसी रनवे के लंबी उड़ान भर सकता है और तीसरा F35C है, जो विमान वाहक के छोटे रनवे के लिए बेहतर अनुकूल है।
इस खबर के सामने आने के बाद लॉकहीड मार्टिन ने कहा कि 'हम अपनी सप्लाई चेन को रुकने नहीं देंगे। इसके लिए हम अपने अपने संबधित पार्टनरों से बात कर रहे हैं। वही उन्होंने आगे कहा कि F-35 उड़ान भरने के लिए सुरक्षित है। हम आपको बता दें कि जल्द से जल्द समस्या से निपट लिया जाएगा और आपूर्ति फिर से शुरू की जाएगी। कंपनी ने कहा कि एफ-35 में हनीवेल का बना चुंबक है। हाल ही में पता चला है कि इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाले कोबाल्ट और समैरियम का मिश्रण चीन से आया है।
Latest World News