CIA Al-Zawahiri: अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने शनिवार को एक ‘सेफ हाउस’ (छिपने का सुरक्षित ठिकाना) की प्रतिकृति प्रदर्शित की, जिसका इस्तेमाल राष्ट्रपति जो बाइडेन को अलकायदा के आतंकवादी अल-जवाहिरी के बारे में जानकारी देने के लिए किया गया था। जवाहिरी को अफगानिस्तान में ड्रोन हमले में मार गिराया गया था। उसकी मौत के बाद व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें बाइडेन सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स से बात करते हुए दिख रहे थे और उनके सामने की मेज पर लकड़ी का एक बंद डिब्बा रखा था।
इस डिब्बे के भीतर तीन बालकनी वाले कम से कम पांच मंजिला घर की एक प्रतिकृति रखी गई थी। इस प्रतिरूप को खुफिया एजेंसी के वर्जीनिया स्थित मुख्यालय में सीआईए संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है। संग्रहालय को जनता के लिए नहीं खोला गया है और इसमें आमतौर पर केवल एजेंसी के कर्मचारी और अतिथि ही जा सकते हैं। सीआईए ने अपनी स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पत्रकारों को संग्रहालय का दौरा करने का मौका दिया ताकि उसकी विरासत और इतिहास से बाहरी दुनिया का परिचय कराया जा सके। इसमें कई ऐसी चीजें रखी गई हैं, जिनका दशकों बाद खुलासा किया गया है। अल-जवाहिरी के घर का मॉडल ऐसी ही एक दुर्लभ प्रतिकृति है, जिसका इस्तेमाल खुफिया अधिकारियों ने किया था।
छह महीने से थी सीआईए की नजर
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल-जवाहिरी की मौत के बाद कहा था, ‘वह फिर कभी अफगानिस्तान को आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बनने नहीं देगा, क्योंकि वह चला गया है और हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा कुछ दोबारा कभी ना हो। आतंकवाद का सरगना मारा गया।’ अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के 11 महीने बाद एक महत्वपूर्ण आतंकवाद रोधी अभियान में अमेरिका ने यह सफलता हासिल की है। मामले से जुड़े पांच लोगों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने यह हवाई हमला किया। वह जवाहिरी के पीछे बीते छह महीने से थी।
यही जवाहिरी अमेरिकी नागरिकों की हत्या का मस्टरमाइंड भी रहा है। सीआईए को छह महीने सूचना मिली थी कि जवाहिरी अफगानिस्तान पहुंच गया है। वो यहां अपने परिवार के साथ रहने आया था। बाइडेन ने हालांकि अपने बयान में अमेरिका खुफिया समुदाय की सराहना करते हुए कहा, ‘उनकी असाधारण दृढ़ता और कौशल के लिए धन्यवाद’ जिसकी वजह से यह अभियान ‘सफल’ हुआ। अल-जवाहिरी ने अल-कायद को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पहले 1998 से उसने बिन-लादेन की छत्रछाया में काम किया और बाद में उसके उत्तराधिकारी के तौर पर। खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अल-जवाहिरी जिस घर में मारा गया वह तालिबान के शीर्ष सरगना सिराजुद्दीन हक्कानी के एक शीर्ष सहयोगी का है।
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