Brazil New President: वामपंथी नेता लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा (Luiz Inacio Lula da Silva) ने रविवार को ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ ली। उन्होंने ब्राजील में हुए राष्ट्रपति के चुनाव में जाएर बोल्सोनारो को हराया है। लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है। उन्होंने गरीब ब्राजीलियाई लोगों के जीवन में सुधार के लिए लड़ने, नस्लीय और लैंगिक समानता की दिशा में काम करने का वादा किया है। बोल्सोनारो ने अपनी हार को बहुत दिनों तक स्वीकार नहीं किया था। उनके समर्थक इस फैसले का कई दिनों तक विरोध करते रहे।
लूला डा सिल्वा का शपथ समारोह एक कार परेड, संगीत प्रदर्शन और वर्कर्स पार्टी (पीटी) के सदस्य के भाषण के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम को जायर बोल्सोनारो के समर्थकों की ओर से हिंसा की धमकियों के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया गया था। सिल्वा ने पद संभालने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा, "हम ब्राजील का पुनर्निमाण करेंगे। अधिकारों, संप्रभुता और विकास की इस महान इमारत को हाल के सालों में काफी नुकसान पहुंचाया गया। इसे फिर से खड़ा करने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे।"
'हम बदले की भावना नहीं रखते'
उन्होंने कहा, "वह सभी सांसदों और न्यायिक अधिकारियों को पूर्व प्रशासन के बारे में एक रिपोर्ट भेजेंगे। बोल्सोनारो के आपराधिक फरमानों को रद्द करेंगे और कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ लचर रणनीतिक को लेकर भी उनकी जवाबदेही तय करेंगे।" उन्होंगे कहा, "हम उन लोगों के खिलाफ बदले की भावना नहीं रखते हैं, जिन्होंने देश को अपने व्यक्तिगत व वैचारिक मंसूबों के अधीन लाने की कोशिश की, लेकिन हम कानून का शासन सुनिश्चित करने जा रहे हैं।"
'हम नफरत का जवाब प्यार से देंगे'
लूला ने कांग्रेस के निचले सदन में एक भाषण में कहा कि ब्राजील के लिए हमारा संदेश आशा और पुनर्निर्माण में से एक है। उन्होंने कहा है कि उन्हें यह जनादेश फासीवाद के प्रेमियों के खिलाफ मिला है। राष्ट्रपति लूला ने कहा कि फासीवाद का जवाब लोकतांत्रिक संविधान के जरिए दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम नफरत का जवाब प्यार से, झूठ का सच से, आतंकवाद और हिंसा का कानून से जवाब देंगे।
बोल्सोनारो के समर्थक सड़कों पर उतर आए थे
गौरतलब है कि लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने 30 अक्टूबर को हुए चुनाव में बोल्सोनारो को शिकस्त दी थी। बोल्सोनारो की हार के बाद उनके कई समर्थक देशभर में सड़कों पर उतर आए थे। बोल्सोनारो के समर्थकों और पुलिस के बीच कई बार हिंसक झड़प भी हुई। 99.5% वोटों की गिनती की गई तो लूला के पक्ष में 50.9 प्रतिशत वोट पड़े थे। वहीं, जाएर बोल्सोनारो को 49.1 फीसदी वोट प्राप्त हुए। पिछले पांच वर्षों में ब्राजील के दक्षिणपंथी बदलाव की अध्यक्षता करने वाले बोल्सोनारो ने पहले दौर में ही सब कुछ पा लिया था।
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