अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को लॉस एंजिलिस के मेयर एरिक गार्सेटी पर पूरा भरोसा है और उनका मानना है कि वह भारत में अमेरिका के एक श्रेष्ठ प्रतिनिधि साबित होंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने विश्वास जताया कि संसद जल्द ही भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में उनके नाम की पुष्टि करेगी, जिस पर रिपब्लिकन सांसद चक ग्रासले ने रोक दी थी।
सांसद चक ग्रासले के कार्यालय में जांचकर्ता इस बात की तफ्तीश कर रहे हैं कि गार्सेटी, राजनीतिक सलाहकार रिक जैकब्स के सिटी हॉल में तथा उसके आसपास महिलाओं और पुरुषों के प्रति अनुचित व्यवहार के बारे में क्या जानते थे।
साकी ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ‘‘ वह (ग्रासले) वास्तव में मतदान नहीं रोक सकते। मेरा मतलब है कि वह अपना विरोध व्यक्त कर सकते हैं, जैसा कि किसी भी सांसद का अधिकार है। हम जल्द संसद में मतदान की उम्मीद कर रहे हैं।’’ साकी ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ राष्ट्रपति को मेयर गार्सेटी पर भरोसा है और उनका मानना है कि वह भारत में एक श्रेष्ठ प्रतिनिधि साबित होंगे। बेशक, यह महत्वपूर्ण है, हमने भारत सहित अपने सभी दूतावासों के प्रमुख की पुष्टि की है और हम संसद से उनके नाम की जल्द से जल्द पुष्टि करने का आग्रह करते हैं।
’’अगर संसद गार्सेटी (51) के नाम पर मुहर लगा देती है, तो वह केनेथ जस्टर का स्थान लेंगे जो पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान भारत में अमेरिका के राजदूत थे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले साल जुलाई में भारत में देश के राजदूत के तौर पर गार्सेटी को नामित किया था। आंतरिक जांच के दौरान गार्सेटी के नाम की पुष्टि पर रोक लगा दी गयी थी,
जिससे भारत में ऐसे अहम वक्त में अमेरिका का शीर्ष राजनयिक पद खाली है जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है। गार्सेटी 2013 से लॉस एंजिलिस के मेयर हैं और कई बार भारत की यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने करीब एक साल तक हिंदी और उर्दू भाषा की पढ़ाई भी की।
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